चंदौली: जिले में खरीफ सत्र में 56,501 टन खाद की खपत का लक्ष्य निर्धारित हुआ है। है। एक हफ्ते के भीतर धान की रोपाई शुरू की जाएगी। ऐसे में कृषि और सहकारिता विभाग खाद की उपलब्धता करने में जुट गई है।
जिले में पहुंच चुकी है डीएपी की रैक
कृषि विभाग के अनुसार लगभग 25 हजार टन DAP और यूरिया की रैक जिले में पहुंच चुकी है। PCF के अधिकारियों को निर्देश दिय गया है कि रैक उतरने के बाद निर्धारित समय के अंदर खाद की खेप सहकारी समितियों तक पहुंचाई जाए। अधिकारी अवशेष जिले में जल्द ही खाद पहुंचने की उम्मीद जता रहे हैं।
प्राप्त जानाकरी के अनुसार जिले में 16 हजार डीएपी की जरूरत है जबिक 32 हजार टन यूरिया, और 2 हजार एमओपी, चार हजार एनपीके,25 हजार सुपर फास्फेट खाद की जरूरत है।
किसान धान की रोपाई से पहले और हफ्ते भर बाद खेत में खाद डालते है। जुलाई में धान की रोपाई शुरू भी हो गई है। अब खाद की डिमाड़ और बढ़ेगी।
सहायक निबंधक सहकारिता सोमी सिंह ने बताया की अभी 25 हजार टन खाद की उपलब्धता है। पहले ही खपत के हिसाब से यह डिमाड बनाकर भेजी गई है। फिलहाल सचिवों निर्देश दिया गया है कि खाद को सुरक्षित स्टोर में रखने का कहा गया है।
दो से तीन बार खाद की होती है जरूरत
जिला कृषि अधिकारी ने बताया की धान की फसल में दो से तीन बार खाद की आवश्यता होती है। रोपाई और उसके बाद खेत में यूरिया डाली जाती है। बीच-बीच में फसल में रेडा लगाया जाता है। रासायनिक खाद के ज्यादा इस्तेमाल से यह फसल और मिट्टी के लिए नुकसानदाय होता है।