नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं देश में इन दिनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन चल रहा है। किसान आंदोलन को लगभग दो महीने होने को आए हैं। इसी बीच आज कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक हो रही है। साथ ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक अभी भी जारी है। इसके साथ ही सूत्रों से खबर मिली है कि कांग्रेस पार्टी में संगठनात्मक चुनाव 29 मई को हो सकता है। इसके साथ बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने कथित व्हाट्सएप चैट लीक मामले को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
किसानों को लेकर सरकार असंवेदनशील- सोनिया गांधी
बता दें कि किसान आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है। इस दौरान राजनीतिक पार्टियां भी किसान आंदोलन में अपनी भूमिका निभा रही हैं। वहीं कांग्रेस की तरफ से कोई न कोई नेता किसानों के पक्ष में हर रोज बोलता हुआ नजर आता है। जिसके चलते आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हो रही है। इस दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि वर्किंग कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कथित व्हाट्सएप चैट लीक मामले को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है। साथ ही किसान आंदोलन को लेकर भी सोनिया ने मोदी सरकार को घेरा है। सोनिया ने कहा है कि किसानों को लेकर सरकार असंवेदनशील है, कांग्रेस पार्टी तीनों कृषि कानूनों को खारिज करती है।
जल्दबाजी में तैयार किए गए तीनों कानून- सोनिया गांधी
इसके साथ ही सोनिया गांधी ने कहा कि किसानों का आंदोलन जारी है और सरकार ने इस पर असंवेदनशीलता और अहंकार वाला रुख दिखाया है। ये बिल्कुल साफ है कि तीनों कानून जल्दबाजी में तैयार किए गए और संसद को जानबूझकर इन कानूनों को समझने, उनके प्रभावों की जांच करने से दूर रखा गया है। हमारी स्थिति शुरू से ही बहुत स्पष्ट रही है, हम उन्हें साफ तौर पर नामंजूर करते हैं क्योंकि वो खाद्य सुरक्षा की नींव को नष्ट कर देंगे जो एमएसपी, सार्वजनिक खरीद और पीडीएस के तीन खंभों पर आधारित हैं।