चंडीगढ़। कृषि कानून का विरोध अब धीरे-धीरे पूरे देश में फैलता जा रहा है। पहले तो किसान दिल्ली की तरफ ही कूच कर रहे थे। लेकिन जब उन्हें दिल्ली के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है तो किसानों ने आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे पंजाब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर बुधवार को पुलिस ने पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नए कृषि कानूनों के विरोध में चंडीगढ़ में बुधवार को प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड लांघी और मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े। हालांकि सुरक्षाबलों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका।
प्रदर्शनकारियों की योजना सीएम के आवास को घेरने की-
बता दें कि किसानों का प्रदर्शन अब दिनों दिन उग्र रूप लेता जा रहा है। किसानों का कहना है कि जब तक इस किसान विरोधी कानून को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक वह वहीं डटें रहेंगे। चंडीगढ़ पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनकी योजना मनोहर लाल खट्टर के आधिकारिक आवास का घेराव करने की थी। युवा कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने कहा कि वे दिल्ली चलो मार्च के दौरान प्रदर्शन कर रहे हजारों किसानों को हरियाणा सरकार द्वारा रोके जाने का विरोध कर रहे थे। मनोहर लाल खट्टर के आवास के बाहर पुलिस की भारी तैनाती थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री के आवास से करीब तीन किलोमीटर पहले ही पानी की बौछारें छोड़ने वाले वाहनों का बंदोबस्त किया गया था। पंजाब युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर ढिल्लों के नेतृत्व में कार्यकर्ता इससे पहले कांग्रेस के चंडीगढ़ मुख्यालय के पास जमा हुए थे।
सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसानो का हुजूम-
गौरतलब है कि दिल्ली -हरियाणा बॉर्डर के सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसानो का हुजूम जमा है। किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलित हैं। सरकार और किसान नेताओं के बीच गुरुवार को फिर से बातचीत होनी है। हालांकि अभी बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकला है।