नई दिल्ली। कश्मीर में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर वार्ता की जरूरत पर जोर देते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जो भी कहा है, उसके क्रियान्वयन के लिए सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, हमें वाक्पटुता दिखाने की नहीं, बल्कि काम करने की जरूरत है। जमीन पर काम करने की जरूरत है। सभी पक्षों के साथ एक राजनीतिक वार्ता होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, लोगों तक ईमानदार पहुंच बनाना वक्त की मांग है। जम्मू एवं कश्मीर में बहुत कुछ दाव पर लगा है और कई तरह के जोखिम हैं। घाटी में गृह मंत्री की कही बातों से ऐसा लग रहा है कि सरकार ने अपने ‘आक्रामक’ रवैये को नरम किया है। यदि गृहमंत्री अपनी कही बातों पर अमल करने के इच्छुक हैं और कश्मीरी लोगों के घावों पर वास्तव में मरहम लगाना चाहते हैं, तो प्रत्येक भारतीय इसका स्वागत करेगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस का यह रुख राजनाथ सिंह के दो दिवसीय कश्मीर दौरे पर आया है, जिस दौरान उन्होंने आज कहा कि घाटी में जारी अशांति का समाधान कैसे करना है, इस पर वार्ता के लिए जल्द ही एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल राज्य में आएगा।
बीती आठ जुलाई को आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से लेकर अब सुरक्षाबलों व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प तक कम से कम 69 लोग मारे जा चुके हैं। सुरजेवाला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) पर चुटकी भी ली। जम्मू एवं कश्मीर में दोनों दलों की गठबंधन सरकार है। उन्होंने कहा, भाजपा-पीडीपी के एक सुर में बोलने का समय आ गया है। उन्होंने विरोधाभासी बयान दिए, जिसके कारण समस्या (घाटी में) और बढ़ी।