भोपाल। शनिवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान किसानों के प्रदर्शन और मंदसौर हिंसा के बाद शांति बनाए रखने के लिए उपवास करने जा रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान दशहरा मैदान में उपवास करेंगे। शिवराज सिंह के उपवास किसानों से शांति बनाए रखने के लिए है। वही किसानों के मुआवजे की अपील और आंदोलन थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि यह पार्टी किसानों और जनता की पार्टी है और किसानों के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं। यह आंदोलन किसानों के जरिए कोई और करा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं पत्थर दिल नहीं हूं, शांति बहाली के लिए मैंने उपवास करने का फैसला लिया है। शिवराज सिंह ने कहा कि हिंसा को और फैलाने वाले कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी के लिए हमने सीबीआई जांच की मांग की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘मैं तब तक अनशन पर बैठूंगा जब तक किसानों का आंदोलन शांत नहीं हो जाता है’ उन्होंने बताया की अनशन के दौरान वह ना ही सीएम हाउस में कोई काम करेंगे और ना ही बल्लभ भवन में कोई काम करेंगे। शिवराज सिंह चौहान के बयान में उन्होंने कहा कि अपवास के दौरान प्रदेश में किसी प्रकार को काई कामकाज नहीं रुकेगा और उपवास के दौरान वह किसानों से सीधी बात करेंगे।
मध्यप्रदेश में किसानों का आंदोलन और भी ज्यादा गर्माता जा रहा है। किसानों का आंदोलन और भी ज्यादा उग्र बनाने में कांग्रेसी नेता कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। किसानों के आंदोलन से जुड़ी हुई एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस वीडियो में कांग्रेसी नेता किसानों को भड़काते हुए नजर आ रहे हैं। वही पुलिस ने वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेसी नेता पर मुकदमा दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी नेता अभी फरार चल रहे हैं। कांग्रेसी नेता को पकड़ने के लिए पुलिस ने उनपर इनाम भी घोषित कर दिया है। पुलिस का कहना है कि कांग्रेसी नेता के खिलाफ उनके पास पक्के सबूत हैं।
हिंसा को और भी ज्यादा भड़काने वाले कांग्रेसी नेता अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। दरअसल सीएम शिवराज सिंह के अनशन की घोषणा के बाद उनपर तरह-तरह की टिप्पणियां की जा रही है। शिवराज सिंह का सोशल मीडिया पर काफी मजाक भी उड़ाया जा रहा है। वही कांग्रेसी नेता ने सीएम शिवराज के अनशन को एक नौटंकी बताया है। यह सब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के जरिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि सीएम किसानों की समस्या का सामाधान निकालने की बजाए अनशन करने की नौटंकी कर रहे हैं। अरुण यादव ने आगे कहा कि सीएम को किसानों की अगर इतनी ही चिंता है तो उन्हें किसानों के बीच जाकर दुख-दर्द बांटना चाहिए और किसानों की समस्या का सामाधान निकालना चाहिए। कांग्रेस की तरफ से शिवराज सिंह को घेरने के लिए कहा गया कि साल 2011 में भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अनशन पर बैठने की नौटंकी की थी लेकिन संवैधानिक संकट पैदा होने पर वह अपनी नौटंकी नहीं कर पाए थे।