लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अनलॉक होते ही प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया। सोमवार को राजधानी के निशातगंज इलाके में स्थित एससीईआरटी कार्यालय पर सैकड़ों की तादाद में अभ्यर्थियों का जमावड़ा लग गया।
प्रदर्शन कर रहे कथित योग्य अभ्यर्थियों की मांग है कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में 22000 सीटें जो 68500 में रिक्त थीं, उन्हें जोड़ दिया जाए। वहीं, इस मामले ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है। कांग्रेस ने इस प्रदर्शन पर प्रदेश सरकार को घेरा है।
आज नौजवान रोजगार के लिए संघर्ष कर रहा
कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी का कहना है कि, आज नौजवान सड़कों पर रोजगार के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा है कि नौजवान प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी करें और फॉर्म भरे। फिर अगर वो पेपर लीक कराने वालों से बच जाए तो उसके बाद वह न्यायालय का परिणाम आने के बाद सड़क पर उतरकर संघर्ष करे।
रोजगार के लिए लाठी खा रहा नौजवान
उन्होंने कहा कि, नौजवान आज रोजगार के लिए संघर्ष कर रहा है। लाठी खा रहा है और जेल जा रहा है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि रोजगार देना योगी सरकार का उद्देश्य ही नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि इस सरकार में नौजवान नौकरी के लिए गिड़गिड़ा रहा है। वो पछता रहा है कि आखिर क्यों उसने भाजपा सरकार को वोट दिया था।
महाधरने में सैकड़ों अभ्यर्थी
आपको बात दें कि आज लखनऊ स्थित SCERT कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे। प्रदेश के 75 जिलों से आए हुए अभ्यर्थियों की मांग है कि या तो उन्हें 69000 शिक्षक भर्ती में 22000 सीटें जोड़कर रोजगार दिया जाए या तो उन्हें ईच्छा मृत्यु दे दी जाए।