लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी अब जोर पकड़ने लगी है। सत्ताधारी बीजेपी समेत सभी दल अब जोर आजमाइश में जुट गए हैं। मंगलवार को जहां एक ओर भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष अपने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी चुनावी रणनीति तैयार कर रही थी। 2022 के रण में उतरने से पहले कांग्रेस बड़ा दांव खेलने के मूड में दिखाई दे रही है। पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक में इसकी रणनीति लगभग तय हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इस बार किसी ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमोट कर सकती है। वहीं दलित और मुस्लिम समुदाय से उपमुख्यमंत्री बनाने का ऐलान कर सकती है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इस पर सबकी सहमति बन चुकी है। इसका कभी भी औपचारिक ऐलान हो सकता है।
कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो योगी सरकार से ब्राह्मणों की नाराजगी को कांग्रेस पूरी तरह से भुनाने के मूड में है। इसको देखते हुए कांग्रेस सीएम कैंडिडेट का चेहरा किसी भी ब्राह्मण को बनाने का ऐलान कर सकती है। हालांकि कांग्रेस में भी ब्राह्मण नेताओं की नाराजगी पिछले दिनों सामने आई थी। इन नेताओं का कहना था कि पार्टी में उनकी पूछ नहीं हो रही है। नाराज ब्राह्मण नेताओं में से एक जितिन प्रसाद भी थे। हालांकि उन्होंने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है। ब्राह्मण सीएम के ऐलान के साथ एक दांव में ही कांग्रेस दो मुद्दे भुनाने का प्रयास कर रही है। पहली कांग्रेस में ब्राह्मणों की अनदेखी के आरोप से मुक्ति और बीजेपी से ब्राह्मणों की नाराजगी को वो अपने वोट बैंक के रूप में देख रही है।
दलित-मुस्लिम गठजोड़ पर भी जोर
कांग्रेस जानती है कि यूपी के किले को फतह करने के लिए दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों का साथ बेहद जरूरी है। ऐसे में दलित और मुस्लिम समुदाय से उपमुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया जा सकता है। वहीं यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू हैं, जो पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है। सूत्रों ने बताया कि इसी रणनीति के साथ कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरने का प्लान लगभग तैयार कर चुकी है।
गठबंधन की संभावनाओं पर भी जोर
कांग्रेस ने अभी तक किसी भी दल से गठबंधन तो नहीं किया है। लेकिन, वह गठबंधन की संभावनाएं भी देख रही है। माना जा रहा है कि वह छोटे दलों के साथ गठबंधन कर सकती है। सूत्रों की मानें तो सपा या बसपा से गठबंधन की स्थिति होती है तो कांग्रेसी सीएम की संभावनाएं शून्य हो जाएंगी। ऐसे में इन सारी परिस्थितियों को भी देखकर रणनीति बनाई जा रही है। हालांकि पार्टी के नेताओं ने अभी इस पर चुप्पी साध रखी है।
प्रियंका गांधी होंगी मुख्य चेहरा
2022 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी ही मुख्य चेहरा होंगी। सूत्रों की मानें तो प्रियंका को सीएम कैंडिडेट के रूप में भी पेश किया जा सकता है। हालांकि यूपी में कांग्रेस की परिस्थितियों को देखते हुए यह कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी। लेकिन, इतना जरूर है कि कांग्रेस का चुनावी चेहरा प्रियंका गांधी ही होंगी।