अजमेर। अजमेर से नवनिर्वाचित कांग्रेस के सांसद रघु शर्मा ने बीजेपी नेता और नगर परिषद के पूर्व सभापति सुरेंद्र सिंह शेखावत को कानूनी नोटिस भेजा है। शर्मा ने अपने इस नोटिस में शेखावत से कहा है कि ब्लैकमेल कांड में लिप्तता को लेकर जिस तरह का विवादित व मानहानिकारक बयान दिया है उसका तुरंत खंड़ने करे और लिखित रूप में माफी मांगे। शर्मा ने ऐसा नहीं करने पर मानहानि के आरोप में सक्षम अदालत के समक्ष कार्रवाई की चेतावनी दी है। सासंद रघु शर्मा के वकील विवेक पाराशर ने कानूनी नोटिस में कहा है कि उनके मुवक्किल प्रतिष्ठित व्यक्ति है और पूर्व में विधायक रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में भी वो कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
एक स्थानीय समाचार पत्र में छपे समाचार का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत ने 26 साल पुराने ब्लैकमेल कांड में रघु शर्मा का नाम घसीटा। इस घृणित आपराधिक प्रकरण से शर्मा का नाम जोड़ते हुए उनकी मानहानि की गई। शेखावत ने यहां तक दावा कर दिया कि उनके पास ब्लैकमेल कांड से जुड़ी सीडी है जिससे वह आरोप साबित कर सकते हैं। नोटिस में कहा गया है कि शेखावत यह सीडी तत्काल रघु शर्मा को उपलब्ध कराएं और अपने आरोप साबित करें अन्यथा लिखित में माफी मांगे।
शेखावत ने बीजेपी की चुनावी सभा में जिस तरह ब्लैकमेल कांड की सीडी को लेकर बात कही उसके बाद यह भी चर्चा रही कि 1992 में जब यह मामला हुआ था तब सीडी का प्रचलन नहीं था। इस कांड को लेकर फोटो व वीडियो कैसेट जरूर साक्ष्य में पेश हुए थे। वीडियो कैसेट भी सामने नहीं आया था और बरामदगी में जो मिला था वह अदालती मुकदमे में सीलबंद है। ऐसे में सीडी कहां से आई और किसने शेखावत काे उपलब्ध करा दी यह चर्चा का विषय रहा। पाराशर ने नोटिस में कहा कि ब्लैकमेल कांड की चार्जशीट पुलिस ने पेश की थी, इसके आधार पर कई मुल्जिमों को सजा भी हो गई, कुछ के खिलाफ मामले विचाराधीन भी हैं।