लखनऊ: कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी सरकार पर भ्रष्टचार के कई गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि योगी सरकार भ्रष्टचार के कोख से उत्पन्न हुई है। भाजपा ने करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि योगी सरकार ने कुंभ के आयोजन में इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि सही समय से इसपर सरकार ने कार्य किया होता तो कई मंत्री और अधिकारी इस भ्रष्टाचार के चलते जेल चले गये होते।
भाजपा ने धर्म की आड़ में ढक दिया भ्रष्टचार: दीपक सिंह
दीपक सिंह ने कहा, ‘मैंने भाजपा सरकार का ध्यान आकर्षण सदन में भी किया था परन्तु योगी सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और भ्रष्टाचारियों को पूर्ण संरक्षण प्रदान किया। नियंत्रक एवं लेखा महापरीक्षक (CAG) की ऑडिट रिपोर्ट ने योगी आदित्यनाथ की बीजेपी सरकार के पारदर्शिता के झूठ को पुनः बेनकाब किया है। सरकार एक तरफ फिजूलखर्ची रोकने और पारदर्शिता के दावे करती रही और दूसरी तरफ जनता के पैसे को भ्रष्टाचार का पलीता लगाया जाता रहा, 2019 में प्रयागराज में आयोजित हुए कुंभ मेले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ, उस समय भी कुम्भ में हुए भ्रष्टाचार पर सवाल उठे लेकिन सरकार ने भ्रष्टाचार को धर्म की आड़ के सहारे ढक दिया गया।’
CAG की रिपोर्ट ने सरकार के दावों की खोली पोल: कांग्रेस एमएलसी
दीपक सिंह ने कहा, ‘कुंभ मेले में जिन 32 ट्रैक्टर को खरीदा गया उनके रजिस्ट्रेशन नं. मेल नहीं खाते, वह कार, मोपेड और स्कूटर के नंबर पर पंजिकृत हैं। कैग रिपोर्ट के अनुसार क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अभिलेखों से मेसर्स स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन से संबंधित सत्यापन रिपोर्ट में उल्लिखित 32 ट्रैक्टरों की पंजीकरण संख्या के सत्यापन में मिला कि 32 में से चार ट्रैक्टरों के पंजीकरण नंबर एक मोपेड, दो मोटरसाइकिल और एक कार के थे। कैग रिपोर्ट में विभिन्न विभागों से कुम्भ के लिए आवंटित बजट पर सवाल खड़ा किया है, कुंभ मेला अधिकारी ने अन्य विभागों के बजट खर्चे की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जिससे उस बजट के खर्चे का विवरण ही नहीं मिल सका।
वहीं दीपक सिंह ने कहा कि कुम्भ मेले में आपदा राहत कोष से गृह (पुलिस) विभाग को 65.87 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया, कैग ने इस पर बीबी सवाल उठाया है कि आपदा राहत कोष का प्रयोग तो आपदा की स्थितियों में होता है ऐसे में आवंटित धन का अपब्यय हुआ। कुम्भ में टिन, टेंट, पंडाल, बैरिकेडिंग कार्यों के लिए 105 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति के सापेक्ष मेला अधिकारी ने 143.13 करोड़ रुपये के कार्य कराए।