नई दिल्ली: कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी है जिसमे वरिष्ठ नेताओं की तरफ से कांग्रेस नेतृत्व समेत कई बड़े बदलावों की मांग की गई है। इसमें कांग्रेस कार्यसमिति के कई सदस्यों है। इसके अलावा पांच पूर्व मुख्यमंत्री, कई सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री भी शामिल है। सभी नेताओं ने चिट्ठी में कहा है कि पार्टी अपना सपोर्ट बेस और युवाओं का भरोसा भी खो रही है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए इन सभी वरिष्ठ नेताओं ने एक ‘पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्व’ की मांग की है। जो न सिर्फ काम करता नजर आए, बल्कि असल में जमीन पर उतरकर भी काम करें। इसके अलावा CWC का चुनाव कराने और पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए कोई योजना बनाने की भी मांग की गई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ ने गिनाईं कमियां-
- राज्य कांग्रेस अध्यक्षों, पदाधिकारियों की नियुक्ति में बेवजह देरी।
- सम्मान और स्वीकार्यता वाले नेता प्रदेश में नहीं भेजे जाते।
- राज्य प्रमुखों को संगठन के फैसलों की स्वतंत्रता नहीं।
- यूथ कांग्रेस और NSUI में चुनाव से संतुलन बिगड़ा।
- नेतृत्व में स्थायी और प्रभावी बदलाव हो।
- CWC के चुनाव कराए जाएं।
- पार्टी की खोई ताकत हासिल करने के लिए मैकेनिज्म बने।
- संगठन के हर स्तर पर चुनाव हो।
- संसदीय पार्टी बोर्ड का गठन हो।
- राज्य इकाइयों को शक्तियां दी जाएं।
नेहरू-गांधी परिवार कांग्रेस के लिए अहम- कांग्रेसी
वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए पार्टी का मजबूत रहना जरूरी है। वरिष्ठ नेताओं ने लिखा कि कांग्रेस ऐसे समय में कमजोर पड़ी है जब देश ‘सबसे बुरे राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संकट’ से गुजर रहा हैं। इसके साथ ही कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के सालभर बाद भी पार्टी ने ‘आत्मनिरीक्षण’ नहीं किया है। नए नेतृत्व की मांग करते हुए 23 वरिष्ठ कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि ‘नेहरू-गांधी परिवार हमेशा पार्टी का अहम हिस्सा रहेगा।’
किन-किन नेताओं ने किए चिट्ठी पर हस्ताक्षर
23 वरिष्ठ नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को भेजी गई चिट्ठी में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्रियों में आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, सांसद विवेक तनखा, AICC और CWC के मुकुल वासनिक और जितिन प्रसाद के नाम हैं। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्रियों में भूपिंदर सिंह हुड्डा, एम वीरप्पा मोइली, राजेंद्र कौर भटट्ल, पृथ्वीराज चव्हाण, पीजे कुरियन, रेणुका चौधरी, अजय सिंह और मिलिंद देवड़ा के पत्र पर हस्ताक्षर है। प्रदेश समितियां संभाल चुके राज बब्बर, कौल सिंह और अरविंदर सिंह लवली ने भी चिट्ठी को समर्थन दिया है। इसके अलावा चिट्टी में अखिलेश प्रसाद सिंह, कुलदीप शर्मा, योगानंद शास्त्री और संदीप दीक्षित के भी हस्ताक्षर हैं।