नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने आर्थिक मंदी की बात नहीं स्वीकारने को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने कहा कि निर्मला सीतारमण को अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में राजनीति से ऊपर उठने और भारत की जनता से सच बोलने की जरूरत हैं। प्रियंका की यह टिप्पणी वित्त मंत्री के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार जरूरत के मुताबिक क्षेत्रवार समस्याओं को सुलझाने के कदम उठा रही है।
बता दें कि सीतारमण से पत्रकारों ने पूछा था कि क्या अर्थव्यवस्था में नरमी आ रही है। जवाब में सीतारमण ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का कोई भी क्षेत्र अपनी समस्याओं के साथ हमारे पास आता है तो हम उन्हें सुनते हैं और उसके हिसाब से कदम उठाते हैं वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट किया कि क्या सरकार स्वीकार करती है कि मंदी है या नहीं? वित्त मंत्री को हमारी अर्थव्यवस्था के बारे में राजनीति से ऊपर उठने और भारत के लोगों से सच बोलने की जरूरत है।
कांग्रेस महासचिव ने पूछा, ‘वे इस बात को स्वीकार करने के लिए भी तैयार नहीं है तो कैसे वे इस बड़ी समस्या को हल करेंगे जो उन्होंने खुद पैदा की है। इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने मांग की थी कि केंद्र इस बात को स्पष्ट करे कि ‘अर्थव्यवस्था को नष्ट करने’ का जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा था कि ‘अच्छे दिन’ का भोंपू बजाने वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है।
उन्होंने ट्वीट किया था, ‘जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। न जीडीपी ग्रोथ है, न रुपये की मजबूती रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है?’ शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट और कृषि उत्पादन की सुस्ती से जीडीपी वृद्धि में यह गिरावट देश की आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में घटकर 5 फीसदी रह गई। यह पिछले छह साल का न्यूनतम स्तर है।