लखनऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अखिलेश दास का निधन हो गया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह 8.30 बजे दिल का दौरा पड़ने के कारण 56 साल की उम्र में निधन हो गया है।
2008 में राज्यसभा सांसद
साल 1996 में अखिलेश दास पहली बार राज्यसभा सांसद बने थे। 2004 में वो स्टील मिनिस्ट्री में केंद्रीय मंत्री बनें थे।
मायावती पर लगाया था आरोप
अखिलेश दास गुप्ता का नाम एक समय में बसपा के दिग्गज नेताओं में शुमार था। 2014 के आम चुनावों के दौरान उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया था। पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोप के बाद मायावती ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। बसपा से निकालें जानें के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा था।
विवादों से पुराना नाता
सत्ता के ग्लियारों में अखिलेश दास का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनका नाम सबसे ज्य़ादा इंडियन मर्केंटाइल कोऑपरेटिव बैंक गठन को लेकर विवादों में रहा। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने इस का गठन सभी नियमों को ताक पर रखकर किया और कई तरह की गड़बड़िया भी कि लेकिन सत्ता पर अच्छी पकड़ होने के कारण उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बताया जाता है कि गुप्ता ने घपलों की आंच से खुद को बचाने के लिए पहले खुद बैंक के चेयरमैन और बाद में अपनी पत्नी अल्का दास को किनारे कर डमी (रबर स्टैम्प) बोर्ड का गठन कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरबीआई ने बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया।