राजस्थान की सियासत दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। राजस्थान की सियासत में रोज एक नया मोड़ आ जाता है।
जयपुर। राजस्थान की सियासत दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। राजस्थान की सियासत में रोज एक नया मोड़ आ जाता है। अब हर किसी की नजर राजस्थान में होने वाले विधानसभा सत्र पर टिकी हुई है। इसी बीच शुक्रवार को जयपुर में एक बार फिर हलचल देखने को मिली। कांग्रेस के जिन विधायकों को जयपुर के फेयरमाउंट होटल में रखा गया था उनको अब चेक आउट करने को कहा गया है। इसके साथ ही उनको आदेश दिए गए हैं कि वो 15 दिन का सामान घर में मंगा कर रख लें।
बता दें कि साथ विधायकों से कहा गया है कि वो अपना आईडी कार्ड साथ रखने को कहा गया है। खबर है कि विधायकों को जैसलमेर के सूर्यगढ़ भेजा जा सकता है। विधायकों के लिए पुलिस सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। वहीं कुछ विधायकों का कहना है कि कांग्रेस विधायकों को सूर्यगढ़ के अलावा कहीं और भी भेज सकती है। जयपुर के होटल में विधायकों के निकलने से पहले वहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी, इससे पहले गुरूवार को भी बैठक हुई थी।
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सूत्रों का कहना है कि गुरूवार को विधायक दल की बैठक में विधायकों को होटल से शिफ्ट करने की बात पर चर्चा हुई थी। जिसमें कहा गया था कि होटल में विधायक के बोर होने की बात कही गई थी। ऐसे में किसी ने रणथंभौर तो किसी ने जोधुपुर या जैसलमेर जाने की बात कही थी। गुरूवार को होने वाली बैठक में विधायकों से कहा गया था कि 14 अगस्त तक सभी विधायकों को होटल में ही रहना होगा।
क्योंकि लोकतंत्र को बचाने के लिए ऐसा करना पड़ेगा साथ ही विधायकों से कहा गया कि आप अपने परिवार के साथ यहां त्योहार भी मना सकते हैं। विधायकों को लेकर सीएम अशोक गहलोत का कहना है कि जब से सत्र का एलान हुआ है। तभी से हॉर्स ट्रेडिंग तेज हो गई है। गहलोत ने आरोप लगाया था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त में विधायकों के दाम बढ़ गए हैं। साथ ही उन्होंने तंज करते हुए कहा कि अगर कोई बागी वापस आना चाहे और उसे किस्त ना मिली हो तो वो आ सकता है.