कांग्रेस पार्टी में इन दिनों खलबली मची हुई है। पार्टी में इस्तीफा देने का दौर लगातार जारी है। गुजरात में कांग्रेस पार्टी अब टूटती हुई नजर आ रही है। गुरुवार को गुजरात कांग्रेस में तीन विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद तीनों विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया। लेकिन अब लगता है कि कांग्रेस की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस के 6 विधायकों ने इस्तीफा देने का मन बना लिया है। लेकिन अगर कांग्रेस के और विधायक अपना इस्तीफा दे देते हैं तो साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
राज्यसभा चुनाव की तीन सीटों के लिए 8 अगस्त को गुजरात में वोट डाले जाएंगे। लेकिन विधायकों का पार्टी छोड़कर केसरिया रंग पहनना कांग्रेस के लिए भारी परेशानी खड़ा कर सकता है। वही बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और स्मृति ईरानी की मौजूदगी में बलवंत सिंह राजपूत को राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का तीसरा उम्मीदवार भी बनाया गया है। शुक्रवार तड़के ही खबर यह आई थी कि गुजरात कांग्रेस में 18 विधायक एनडीए में शामिल हो सकते हैं। हालांकि गुरुवार को कांग्रेस के तीन विधायकों ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था। गुजरात कांग्रेस के विधायक तेजश्री पटेल, बलवंत सिंह राजपूत और पीआई पटेल ने अपना इस्तीफा
विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा को दिया था।
साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव होने से पहले कांग्रेस को आए दिन एक बड़ा झटका लगा है। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री तथा बापू के नाम से मशहूर शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस से अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। वाघेला द्वारा उठाए गए इस कदम से कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गुजरात में साल के अंत में चुनाव होने हैं। कांग्रेस के पास गुजरात में वाघेला एक काफी बड़ा चेहरा थे। वाघेला के इस कदम के बाद गुजरात में कांग्रेस के पास अब कोई बड़ा चेहरा नहीं बचा है।अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने बड़ा ऐलान किया कि वह अपने सभी पदों से कांग्रेस से इस्तीफा देते हैं।