मध्य प्रदेश में इसी साल चुनाव होने हैं लेकिन उससे पहले राज्य में 60 लाख कथित ‘फर्जी वोटर’ होने का दावा करके कांग्रेस ने सबको चौंका कर रख दिया है। कांग्रेस ने मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर रविवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटटाया है और पार्टी शिकायत के साथ सबूत लेकर चुनाव आयोग पहुंच गई है। कांग्रेस का आरोप है कि 1 जनवरी 2018 को जारी की गई मतदाताओं की सूची में 60 लाख फर्जी वोटर हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगातो हुए कहा है कि 100 विधानसभा की मतदाता सूची का निरीक्षण किया गया है, जिसमें पाया गया है कि एक ही मतादाता का नाम 26 जगहों पर है और कुल 60 लाख फर्जी वोटर हैं। कांग्रेस इस मामले में चुनाव आयोग से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस ने इसके पीछे राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की साजिश का आरोप भी लगाया है। साथ ही पूरे मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग भी की है।
रविवार को कांग्रेस की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात का दावा किय गया है इतना ही नहीं इसके साथ सबूत भी पेश कि गए हैं। रविवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कमलनाथ ने बताया कि हमने 100 विधानसभा क्षेत्रों में छानबीन कराई है, जहां 60 लाख फर्जी वोटर की सूची का पता चला है।
प्रेस कॉन्फेंस के दौरान मीडिया से बात करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ‘हमने चुनाव आयोग को तकरीबन 60 लाख फर्जी वोटरों के मामले में सबूत सौंप दिए हैं। वोटर लिस्ट में इन नामों को जानबूझकर जोड़ा गया है। यह प्रशासनिक लापहवाही नहीं बल्कि प्रशासनिक दुरुपयोग है।’ कांग्रेस का आरोप है कि नए मतदाताओं के जरिए बीजेपी ने सत्ता हासिल की थी और वह एक बार फिर वहीं कोशिश कर रही है।
वहीं कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि उन्होंने 60 लाख फर्जी मतदाता होने के सबूत के साथ चुनाव आयोग से शिकायत की है, चुनाव आयोग ने कांग्रेस को लिस्ट में सुधार का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह सब बीजेपी का किया धरा है। यह कैसे संभव है कि 10 वर्षों में जनसंख्या 24 फीसदी बढ़ी लेकिन वोटरों की संख्या 40 फीसदी बढ़ गई? हमने हर विधानसभा की मतदाता सूची की जांच की। 1 ही मतदाता का नाम 26 सूचियों में है और इसी तौर के मामले अन्य जगहों पर भी हैं।’
This has been done by BJP. How is it possible that population increased by 24% in 10 yrs but number of voters increased by 40%? We scrutinised list in all constituencies, 1 voter’s registered in 26 lists, there are similar cases in other places too: Jyotiraditya Scindia, Congress pic.twitter.com/ssj37RQMhi
— ANI (@ANI) June 3, 2018
कांग्रेस ने चुनाव आयोग के सामने रखी ये 5 मांगें:
1. वोटर लिस्ट की दुबारा जांच हों।
2. हर रिटर्निंग ऑफिसर से सर्टिफिकेट मांगा जाना चाहिए।
3. जिन्होंने बोगस वोटर को शामिल किया हो उनपर कार्रवाई की जाए।
4. अगली सूची में भी अगर गड़बड़ी पाई जाती है तो अधिकारी पर कार्रवाई की जाए।
5. दोषियों को 6-10 साल तक किसी भी मतदान कार्य प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाए।