नई दिल्ली। विवादित इस्लामिक धर्म गुरु जाकिर नाइक की संस्था ने दावा किया था कि उसने राजीव गांधी चैरिटबल ट्रस्ट को 50 लाख रुपए दिए थे इस मामने पर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि साल 2003 की तत्कालीन राजग सरकार ने जाकिर नाइक की जम्मू-कश्मीर यात्रा को सफल बनाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ी थी और उस समय अटल बिहारी बाजपेयी प्रधानमंत्री थे।
भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि जाकिर की ये यात्रा तीन दिवसीय थी जिसको सफल बनाने के लिए पुर-जोर कोशिश की गई थी। उन्होंने कहा राजभवन में उपदेशक की आवभगत की गई थी। इसके साथ ही नेता ने कहा कि अगर जाकिर इस तरह से शैतानी अवतार है तो राजग सरकार ने साल 2003 में उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?
कांग्रेस की तरफ से यह बयान उस समय आया है जब सरकार ने जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से विदेशी धन हासिल करने पर रोक लगाते हुए एक राजपत्र अधिसूचना जारी की है।
बता दें, पिछले महीने केंद्र सरकार ने जाकिर नाईक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) को मिलने वाली फंडिंग की जांच के आदेश दे दिए थे। जिसके बाद ये तथ्य सामने आए हैं। सरकार ने यह आदेश उस बात के सामने आने के बाद दिया था जिसमें पता लगा था कि बांग्लादेश के ढाका में हमला करने वाले लड़के जाकिर नाईक से प्रेरित थे और उसे विदेश से पैसा मिलता है जिसका इस्तेमाल राजनीतिक गतिविधियों और युवाओं को आतंक की तरफ खींचने के लिए करता है।