नई दिल्ली। बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद से जुड़े केस में सुन्नी वक्फ बोर्ड की पैरवी कर रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और वकील कपिल सिब्बल को यह केस छेड़ने के लिए कहा गया है। सूत्रों ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस ने कपिल सिब्बल को केस छोड़ने की हिदायत दी है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, सिब्बल से कहा गया कि इस केस से हाथ अपने खींचना ही राजनीतिक रूप से उनके लिए समझदारी भरा कदम होगा। बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अकसर ही सिब्बल सहित कई कांग्रेसी नेताओं की कोर्ट में भूमिका को लेकर राजनीतिक प्रहार करते रहे हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस केस में सिब्बल की दलीलों को लेकर गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान भी काफी आलोचना हुई थी। तब सिब्बल ने अदालत से यह मांग की थी कि इस बेहद संवेदनशील बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई 2019 के आम चुनाव के बाद ही की जाए, तब मोदी ने कहा था कि क्या सिब्बल का राम मंदिर को चुनावी राजनीति से जोड़ना सही है। सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से पैरवी करने वाले सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि कोर्ट के फैसले का ‘बहुत गहरा असर’ होगा, लिहाजा इस मामले की सुनवाई 2019 के चुनावों के बाद की जाए।