यूपी

BJP और सीएम योगी पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर झूठ बोलने का आरोप, कांग्रेस ने लगाई सवालों की झड़ी

BJP और सीएम योगी पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर झूठ बोलने का आरोप, कांग्रेस ने लगाई सवालों की झड़ी

लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्‍ता अंशू अवस्‍थी ने भारतीय जनता पार्टी और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यना‍थ पर नमामि गंगे प्रोजेक्‍ट को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस प्रवक्‍ता ने सोमवार को एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि, झूठ बोलना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की परिपाटी बन चुकी है। शायद वह देश के जनमानस को मूर्ख समझने की भूल करते हैं। अब नमामि गंगे पर फिर से झूठ बोला है।

भाजपा का फ्लैगशिप प्रोग्राम था नमामि गंगे प्रोजेक्‍ट

उन्‍होंने कहा कि, जो नमामि गंगे प्रोजेक्ट भाजपा का फ्लैगशिप प्रोग्राम था, मां गंगा के जल प्रदूषण की मुक्ति के लिए पर्यावरणविद प्रोफेसर जीडी अग्रवाल ने अनशन पर बैठे-बैठे अपने प्राणों की आहुति दे दी, लेकिन सरकार को नमामि गंगे और मां गंगा की सफाई को लेकर कोई सुध नहीं आई।

अंशू अवस्‍थी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस सफाई प्रचार को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर तक जाकर गाया, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल इतर रही। आंकड़ों को देखें तो सरकार का झूठ बेनकाब होता है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट में मुख्य कार्यक्रम जो प्रमुख रूप से-

  • शहरों के गंदे जल को ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर 100 फीसदी शोधित कर नदी में  प्रवाहित करना ताकि नदी बेसिन का प्रदूषण समाप्त हो।
  • गंगा नदी जो देश के 40 फीसदी आबादी का जीवन-यापन का माध्यम है, के किनारे 30000 हेक्टेयर भूमि पर वन वृक्षारोपण कर पारिस्थितिकी को सुधार करना।
  • नए शवदाह गृहों को लगाकर मां गंगा में प्रदूषण को रोकना।
  • टेनरियों से आने वाला गंदा पानी शोधन के पश्चात ही नदी में प्रवाह।

सच्‍चाई यह है कि 100 फीसदी केंद्र सरकार की वित्तपोषित योजना में 20 हजार करोड़ का बजट एलॉटमेंट किया, लेकिन खर्च सिर्फ 4800 करोड़ यानी 24 फ़ीसदी ही हो पाया, जिसमें 3700 करोड़ सिर्फ सीवरेज ट्रीटमेंट को लेकर खर्च हुए। सरकार के दावों की सच्चाई खोखली इसी से नजर आती है कि कैग ने अपनी रिपोर्ट के लिए 87 नमूने लिए और सभी फेल हो गए।

कांग्रेस प्रवक्‍ता ने पूछे कई सवाल

कांग्रेस प्रवक्‍ता अंशू अवस्‍थी ने कहा कि, नमामि गंगे मिशन में गंगा जी की सफाई के लिए 154 प्रोजेक्ट बनाये गए, जिसमें आज भी 83 प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो पाए। उत्तर प्रदेश में सरकार ने जो दावा किया है कि रामनगर, बनारस, प्रयागराज, कानपुर, मिर्जापुर और चुनार में नमामि गंगे प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है तो क्या सरकार बताएगी कि उपरोक्त स्थानों पर सीवरेज के प्लांट लग गए?, क्या 100 फीसदी ट्रीटमेंट के बाद ही जल को गंगा नदी और अन्य नदियों प्रवाहित किया जा रहा? दूसरा क्या वहां पर एक भी गंदा नाला या सीवरेज नाला सीधे मां गंगा/अन्य नदियों में नहीं गिर रहा?

कांग्रेस प्रवक्‍ता ने कहा कि, सच्चाई यह है कि अभी भी मां गंगा का बीओडी यानी बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड बहुत नीचे है यानी कि पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत कम हो चुकी है और बैक्टीरिया का स्तर 58 फीसदी पहुंच गया जो बहुत ही घातक है। कोरोना महामारी के समय सभी ने देखा है कि किस तरीके से वहां पर शवों को सरकार की निकम्मे पन की वजह से दफनाया गया और पानी में बहाए गया, जिससे मां गंगा का जल प्रदूषण और बढ़ गया और सरकार अपना अलग ही गुणगान कर रही है।

Related posts

होम आइसोलेशन के मरीज इस नंबर पर कॉल कर लें हेल्प

sushil kumar

तेज आंधी-बारिश छीनी बच्चे की जिंदगी

Pradeep sharma

मुजफ्फरनगर: किसान पंचायत में गरजीं प्रियंका गांधी, प्रधानमंत्री पर लगाया बड़ा आरोप

Shailendra Singh