लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में एक जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। साथ ही 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा।
ACS स्वास्थ्य ने दी जानकारी
दस्तक अभियान में इस बार 12 जिलों में फाइलेरिया अंतर्गत एमडीए कार्यक्रम और क्षय रोगियों के चिन्हीकरण का कार्य भी होगा। यह जानकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने दी। इस संबंध में मंगलवार को एनेक्सी स्थित सभागार में माह जुलाई में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान संचालन के लिए अंतर्विभागीय बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में अपर मुख्य सचिव ने विभागवार कार्यों की समीक्षा करते हुए झाड़ियों के कटान कराए जाने पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कृषि विभाग को भी मूषक प्रजाति के नियंत्रण पर विशेष कार्यवाही करने को कहा।
बच्चों में संक्रमण रोकना बेहद जरूरी
बैठक में उन्होंने बताया कि, मूषक प्रजाति के जीव जैसे- चूहा, गिलहरी, छछूंदर आदि के शरीर पर पाया जाने वाला स्क्रब टाइफस विषाणु कई गंभीर बीमारियों का कारक होता है। यह विषाणु इन जीवों के शरीर से झाड़ियों में चिपक जाता है और वहां खेलने वाले बच्चों को संक्रमित कर देता है, इसलिए इन पर नियंत्रण बेहद आवश्यक है।
अपर मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस बार दस्तक अभियान में ग्राम निगरानी समिति एवं मोहल्ला निगरानी समिति अपने क्षेत्र की आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री को सहयोग प्रदान करेगी। निगरानी समिति के पास दवाइयां भी उपलब्ध रहेंगी। बच्चों के लिए जो कोविड किट बनायी गयी है, उसमें उपलब्ध दवाइयां अन्य बीमारियों में भी प्रयोग की जा सकेंगी।
इन विभागों ने दी पूरी जानकारी
बैठक में नगर विकास, पंचायतीराज तथा ग्राम्य विकास, पशुपालन, शिक्षा, कृषि, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, सिंचाई, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी कार्ययोजनाओं से अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को अवगत कराया। अपर मुख्य सचिव ने अभियाग के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्य करने को कहा।
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेन्द्र सिंह नेगी, निदेशक संचारी रोग नियंत्रण विभाग सहित चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा समस्त सहयोगी विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।