लखनऊ।आगामी पंचायत चुनाव को लेकर के निर्वाचन आयोग की तरफ से पंचायत चुनाव का एलान कर दिया गया है। उसके साथ साथ इसको लेकर प्रदेश में चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो गई। तैयारियों के शुरू होने के साथ-साथ निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश के प्रशासन को यह सख्त आदेश दिए हैं कि भ्रामक खबर फैलाने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए।
सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों से बिगड़ती है कानून व्यवस्था
उत्तर प्रदेश में पंचायती चुनाव को लेकर के निर्वाचन आयोग किसी भी तरह की कोई चूक नहीं चाहता है। निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में कानून व्यवस्था किसी भी तरह से ना बिगड़ने पाए। उसको लेकर के प्रशासन को यह आदेश दिए हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से भ्रामक खबरें ना फैलाई जा सके। उसको लेकर के प्रशासन तैयारियां करें। जिससे कि भ्रामक खबरों के माध्यम से कानून व्यवस्था न बिगड़ने पाए उसको लेकर के एक खास तंत्र तैयार किया जाए। और जो लोग मीडिया प्लेटफॉर्म से इस तरह की खबरों को फैलाने का काम करें। उन पर कड़ी कार्यवाही भी सुनिश्चित हो।
अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश शर्मा ने जारी निर्देशों में कहा है कि हमेशा यह देखा जाता है कि एसएमएस और एमएमएस और सोशल मीडिया के माध्यम से असत्य और भ्रामक जानकारियां वायरल करके आम जनता तक गलत सूचनाएं भेजी जाती हैं, जिसकी वजह से कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति बन जाती है। अपर निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021 की अधिसूचना शीघ्र ही निर्गत की जाएगी।
भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने बैठक की। इस बैठक में फैसला लिया कि निर्वाचन प्रक्रिया शुरू होने से लेकर के और समाप्ति तक जनसाधारण तक गलत, भ्रामक और सनसनी फैलाने वाली सूचनाओं पर कड़ी नजर रखी जाएगी। साथ ही प्रशासन को निर्देश दिया कि भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर रहेगी प्रशासन की नज़र
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी और जनपदों में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि निर्वाचन प्रक्रिया के शुरू होने से निर्वाचन प्रक्रिया की समाप्ति तक, गठित मीडिया सेल को पूर्ण रूप से सक्रिय रहकर जनसाधारण तक गलत भ्रामक और सनसनी फैलाने वाली सूचनाओं पर कड़ी नजर रखी जाए।
ताकि कानून व्यवस्था बिगड़ने न पाए। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि मोबाइल से भेजे जाने वाले SMS और MMS सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे, सभी प्रकार के मैसेज पर विशेष सतर्कता रखी जाए। साथ ही गलत भ्रामक और सनसनीखेज सूचना फैलाने वाले व्यक्तियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।