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तनाव के बीच चीन से 8वें कोर कमांडर स्तर की बातचीत, जानिए कौन करेंगे भारतीय टीम की अगुवाई

448c06b4 37fa 4649 9640 b6bd26a233b0 तनाव के बीच चीन से 8वें कोर कमांडर स्तर की बातचीत, जानिए कौन करेंगे भारतीय टीम की अगुवाई

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच पिछले छः महीने से सीमा पर विवाद चल रहा है। अभी भी एलएसी पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। तनाव के चलते दोनों देशों के बीच अब तक 7 कोर कमांडर बैठक हो चुकी हैं। इसी के साथ आज 8वीं कोर कमांडर की बैठक होने जा रही है। यह चुशूल में चल रही है। इस बैठक में भारतीय टीम की अगुवाई लेफ्टिनेंट जनरल पीजेके मेनन कर रहे हैं। इस बैठक के चलते CDS जनरल विपिन रावत ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में  लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) तनावपूर्ण स्थिति है। चीन की पीएलए ने लद्दाख में दुस्साहस किया, जिसकी वजह से अप्रत्याशित परिणाम का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि भारतीय सेना ने दृढ़ प्रतिक्रिया दी।

एक बार फिर कोर कमांडर स्तर की बातचीत-

बता दें कि चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। आए दिन एलएसी पर भारतीय सीमा के भीतर आने का दुस्साहस करता रहता हैं। जिसका भारतीय सेना मुहंतोड़ जबाब दे रही है। इसी तनाव के चलते दोनों देशों में अब तक 7 बार कोर कमांडर की बैठक हो चुकी है, लेकिन इस बातचीत में तनावपूर्ण इलाकों को लेकर कोई भी सहमति नहीं बन पाई है। जिसके चलते आज भारत और चीन के बीच एक बार फिर कोर कमांडर स्तर की बातचीत हो रही है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा विवाद की वजह से लद्दाख की ऊंची चोटियों पर सेना के जवानों की तैनाती अब भी बनी हुई है। इस तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के कोर कमांडरों के बीच संवाद का सिलसिला जारी है। आज चुशूल में कोर कमांडर स्तर की आठवें दौर की बातचीत हो रही है। बैठक में  सीमा विवाद के समाधान पर चर्चा होनी है।

वार्ता में भारतीय टीम की अगुवाई लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे-

पूर्वी लद्दाख में दोनों तरफ से बड़ी तादाद में सेना की तैनाती लगातार बनी हुई है। सेना के कोर कमांडरों की सात दौर की बातचीत में इन इलाकों को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन सकी है। आज दोनों देशों के बीच आठवें दौर की बातचीत होगी। वार्ता में भारतीय प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे, जिन्हें हाल ही में लेह की 14वीं कोर का कमांडर नियुक्त किया गया था। दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में अप्रैल-मई महीने से चल रहे सैन्य तनाव को लेकर वार्ता करेंगे। दोनों पक्ष विवाद के समाधान और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने पर बात करेंगे। चीन ने कुछ इलाकों से हथियार और टैंक वापस लेने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि सभी विवादित इलाकों से चीनी सेना की पूरी तरह वापसी चाहता है। भारत ने फिर दोहराया है कि भारत शांति प्रिय देश है, लेकिन ये अपनी संप्रभुता और अखंडता के लिए किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार है।

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