अयोध्या। रामजन्मभूमि आदोलंन के प्रणेताओं में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गुरू महंत योगी अवैद्यनाथ का नाम सर्वोपरि रहा है। 90 के दशक में अयोध्या के बाबा रामचन्द्र दास परमहंस और महंत योगी अवैद्यनाथ ने इस आंदोलन की कमान संभाली थी। इसके बाद 30 अक्टूबर को अयोध्या में हुई पहली कारसेवा और 2 नवम्बर 1990 में कारसेवकों के पर गोली चलाने को लेकर इस आंदोलन को महंत अवैद्यनाथ और बाबा रामचन्द्रदास परमहंस ने खड़ा किया था।
इसी वजह से योगी को लेकर अयोध्या के दौरे से एकबार फिर राममंदिर प्रकरण गरमा उठा है। कल ही बाबरी विध्वंस मामले में भाजपा के शीर्ष नेताओं पर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने आरोप तय किए हैं। इन नेताओं से सुबह ही योगी ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस जाकर मुलाकात की इसके बाद इनसे बातचीत की। इन प्रकरण के अगले दिन ही योगी ने अयोध्या का रूख किया।
सीएम योगी के अयोध्या आने को लेकर अब राममंदिर आंदोलन से जुड़े भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय कटियार का कहना है वक्त आने पर रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण किया जायेगा। जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि क्या योगी अपने गुरू की इच्छा पूरी करेंगे तो विनय कटियार ने साफ ना बोलते हुए यह बात कही रामलला के लिए बस सही है।