मेरठ। कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन को आज 19वां दिन है। इन दिनों में सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है। लेकिन किसी भी वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकला। इसी बीच भाजपा के नेताओं द्वारा विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा जा रहा है कि वह किसानों को भ्रम में डाल रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया कृषि कानून किसानों कि हित में है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में एक संबोधन के दौरान लोगों से अपील की है कि वह जब भी किसान भाइयों से मिले तो उन्हें ‘राम-राम’ से साथ संबोधित करें। सीएम योगी ने ये बात ऐसे वक्त कही है जब केंद्र के नए कृषि कानून के विरोध में किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आज किसान अनशन पर भी बैठे हैं।
किसान अपनी फसल का मालिक है- सीएम योगी
बता दें कि भाजपा की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है कि वह लोगों को इस कानून के बारे में बताएं कि यह कानून किसान विरोधी नहीं है। जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर आज से किसान सम्मेलन आयोजित करने जा रही है। केंद्र द्वारा लाये गये कृषि क़ानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को देखते हुए पार्टी ने यह कदम उठाया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक को लेकर किसानों में भ्रम फैलाया जा रहा है। किसानों को संबोधित करते मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कानून को किसानों के हित वाला भी बताया। उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसल का मालिक है। उसकी मर्जी है, वो अपनी फसल कहां बेचे। किसानों को मिले अधिकार से कुछ लोग परेशान हैं, वे कृषि सुधार नहीं होने देना चाहते हैं। जो भारत की तरक्की नहीं चाहते, वो लोग षड्यंत्र कर रहे हैं।
कृषि कानून किसानों को ज्यादा अवसर प्रदान करने वाले हैं- सीएम योगी
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दशकों तक जिन दलों ने सत्ता में रहते हुए किसानों को छला वही लोग आज ऐतिहासिक क़ानूनों को लेकर किसानों में भ्रम फैला रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और राज्य की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में गांव, गरीब ,किसान हैं और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून किसानों को ज्यादा अवसर व विकल्प प्रदान करने वाले हैं।