लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ स्वच्छ भारत अभियान में शामिल होने के लिए रविवार सुबह गोमती नदी सफाई के अभियान में पहुंचे। सीएम योगी खुद घाटों में पहुंचकर सफाई अभियान में हिस्सा लिया। यह सफाई अभियान गोमती नदी जलकुंभी हटाने और उसकी सफाई करने के लिए चलाया गया है। वहीं इस अभियान में मुख्यमंत्री के साथ कई मंत्री भी शामिल हुए थे।
8 जोनल अधिकारियों की तैनाती
इस अभियान के तहत गोमती नदी की सफाई नगर निगम की मदद से की जाएगी। इसके लिए 4 जोन बनाए गए हैं। जिसमें 8 जोनल अधिकारी तैनात हैं। सफाई के बाद जो कूड़ा गोमती नदी से निकलेगा। उस कचड़े को उसी दिन उठवाने की व्यवस्था तय की जाएगी। इस अभियान से गऊ घाट से 1090 तक गोमती नदी के दोनों किनारों की सफाई की जाएगी। गोमती नदी की सफाई में व्यापारियों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
कानून मंत्री बृजेश पाठक के आवास में बैठक
वहीं शनिवार को कानून मंत्री बृजेश पाठक के सरकारी आवास पर लखनऊ व्यापार मंडल और अमीनाबाद संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। जिसमें झूलेलाल पार्क के पास गोमती नदी अभियान शुरू किए जाने की बात हुई।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
इस बैठक में साफ तौर से ही इस बात के निर्देश भी दिए गए कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गोमती नदी के घाट में जलकुम्भी या किसी भी स्थिति में हर तरह के खतरे से निपटने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था विशेष रूप से की जाएगी।