लखनऊ। कृषि कानूनो का विरोध प्रदर्शन अब तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी दलों द्वारा किसान आंदोलन का समर्थन किया जा रहा है। जिसके चलते भाजपा के नेताओं द्वारा विपक्ष पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। वो भी खासकर कांग्रेस पर। कुछ देर पहले केंद्रीय मेंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए दोहरे चरित्र का बताया था। उसके बाद अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है। योगी ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस आज जिस कानून का विरोध कर रहा है, उसी कानून को यूपीए सरकार भी लाई थी। ये कांग्रेस का दोहरा चरित्र है।
जानें योगी आदित्यनाथ ने किसान आंदोलन को लेकर क्या कहा-
बता दें कि जैसे-जैसे किसान आंदोलन उग्र होता जा रहा है वैसे-वैसे भारतीय राजनीति में हलचलें तेज हो गई है। अब यह लड़ाई सिर्फ किसानों की नहीं रह गई। बल्कि इसमें अब राजनीतिक दल भी अपनी भागेदारी निभा रहे हैं। विपक्षी दलों द्वारा किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया जा रहा है। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर राजनीति दलों द्वारा वातावरण खराब करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार ने साल 2010-11 में विभिन्न राज्यों को पत्र भेजे थे। उस समय तत्कालीन कृषि मंत्री शरद पवार ने राज्यों को पत्र भेजे थे। उन्होंने उस समय कहा था कि एपीएमसी एक्ट में व्यापक संशोधन की आवश्यकता है और मॉडल एक्ट भारत सरकार तैयार कर रही है। योगी ने कहा कि उस समय देश के पीएम मनमोहन सिंह थे जबकि यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी थीं। मुझे आश्चर्य है कि आज किसानों को लेकर किस तरह राजनीति की जा रही है।
मोदी सरकार ने 6 साल में उठाए क्रांतिकारी कदम-
कांग्रेस पर हमला बोलने के साथ-साथ योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए कार्यों को भी गिनाया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एनडीए सरकार ने देश के किसानों के हित में पिछले 6 सालों में अनेक क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। हम सब जानते हैं कि देश के अंदर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और खेती को तकनीक के साथ जोड़ने की कार्ययोजना को लेकर कई काम किए गए।