लखनऊ: उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की रणनीति के तहत बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने चकबंदी कार्य में अनियमितता मामले में डीडीसी व बंदोबस्त अधिकारी सहित सात कार्मिकों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही दोषपूर्ण रीति से कार्मिकों का स्थानांतरण मामले में तत्कालीन निदेशक, आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा को भी सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट किया गया, आम नागरिक की शिकायतों/समस्याओं के प्रति संवेदनशील मुख्यमंत्री जी ने वाराणसी की तहसील पिंडरा अंतर्गत चकबंदी कार्य में अनियमितता के प्रकरण में संबंधित डी.डी.सी. व बंदोबस्त अधिकारी सहित 07 कार्मिकों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
आम नागरिक की शिकायतों/समस्याओं के प्रति संवेदनशील #UPCM श्री @myogiadityanath जी ने जनपद वाराणसी की तहसील पिंडरा अंतर्गत चकबंदी कार्य में अनियमितता के प्रकरण में संबंधित डी.डी.सी. व बंदोबस्त अधिकारी सहित 07 कार्मिकों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।@spgoyal@sanjaychapps1 pic.twitter.com/gcUQvAviEv
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 10, 2021
आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा के तत्कालीन निदेशक पर गाज
वहीं, सीएमओ ऑफिस की ओर से दूसरे ट्वीट में लिखा गया, मुख्यमंत्री जी ने स्थानांतरण नीति की उपेक्षा कर दोषपूर्ण रीति से कार्मिकों का स्थानांतरण करने के प्रकरण में तत्कालीन निदेशक, आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा (संप्रति संबद्ध, कार्यालय निदेशक, कोषागार उ.प्र., लखनऊ) को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने स्थानांतरण नीति की उपेक्षा कर दोषपूर्ण रीति से कार्मिकों का स्थानांतरण करने के प्रकरण में तत्कालीन निदेशक, आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा (संप्रति संबद्ध, कार्यालय निदेशक, कोषागार उ.प्र., लखनऊ) को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।@spgoyal pic.twitter.com/gVbp1fkBMC
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 10, 2021
चकबंदी में अनियमितता पर सात कार्मिक निलंबित
दरअसल, वाराणसी जिले में भ्रष्टाचार, अनियमितता और आम नागरिक की शिकायतों, समस्याओं की उपेक्षा करने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। उन्होंने तहसील पिंडरा अंतर्गत चकबंदी कार्य में अनियमितता के प्रकरण में संबंधित डी.डी.सी., बंदोबस्त अधिकारी, पेशी कानूनगो, चकबन्दीकर्ता, चकबंदी लेखपाल व दो चकबंदी अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है। साथ ही सीएम योगी ने शिकायतकर्ता द्वारा खरीदी की गई जमीन पर तत्काल कब्जा दिलाने के भी निर्देश दिए हैं।