जयपुर। ग्रामीण इलाके में खुले में शौच को लेकर सूबे की सीएम वसुन्धरा राजे ने एक नई पहल की शुरूआत की है। इस पहल के तहत जहां राजस्थान में पानी की किल्लत रहती है। वहीं पर शौच में व्यय होने वाले पानी को ट्रीटमेन्ट करके पुन: उपयोग में लाने के लिए सीएम राजे ने नई शुरूआत का शुभारम्भ किया है। इससे कई इलाकों में पानी की कमी पूरी की जा सकेगी। इस जल का उपयोग खेती के कामों में किया जा सकेगा। इस बात को लेकर सीएम राजे ने अलवर में आयोजित जनसंवाद के जरिए जनता के बीच रखी।
सीएम ने कहा कि प्रदेशभर में घरों में शौचालय बनाने के बाद अब ग्रामीण इलाकों में पंचायतों के कलस्टर बनाकर सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट को लगाया जायेगा। इस प्लांट के जरिए शौचालयों में प्रयोग होने वाले पानी का दुबारा इस्तेमाल किया जा सकेगा। सीएम राजे के जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन सूबे के अलवर जिले में किया गया था। इस संवाद के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग आये थे। कार्यक्रम के दौरान आये लोगों ने सीएम राजे से शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल समेत कई जन समस्याओं को साझा किया। जिस पर सीएम राजे ने कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया है।
इसके साथ ही सीएम राजे ने वृक्षारोपण को लेकर सूबे में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी लोगों से बातचीत की, उन्होने लोगों से और वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वृक्षारोपण के लिए लोगों को प्रेरित करें। लोग बहू-बेटियों के नाम से पेड़ लगाएं। इसके साथ ही सीएम राजे ने पुराने भवनों और हवेलियों को चिन्हित कर उनको सहेजने और संरक्षित करने का आदेश भी दिया है। इसके साथ ही उनके सौन्दर्यीकरण के निर्देश भी जारी किए हैं। रास्तों से अतिक्रमणों को हटाने और क्षेत्रों में विद्युत की आपूर्ति सुचारू रूप से सुनिश्चित कराने के आदेश भी जारी किए हैं।