गैणसैंण: उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने इस कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया कर दिया है। बजट पेश करने से पहले सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की दृष्टि से उत्तराखंड संवेदनशील है। रेणी गांव की आपदा में भारी नुकसान हुआ है। एसडीआरएफ, पुलिस, सेना ने तुरंत कार्रवाई की।
57400.32 करोड़ का बजट
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 57400.32 करोड़ का बजट पेश किया है। सीएम ने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि आगामी 5 सालों से 15 वित्त आयोग से हमें 14 वें वित्त आयोग की तुलना में लगभग दुगनी धनराशि प्राप्त होगी।
हरिद्वार और ऋषिकेश शहर होंगे सीवरेज
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार और ऋषिकेश शहर को पूर्णतः सीवरेज योजना से आच्छादित किये जाने के लिए जर्मन विकास बैंक के.एफ.डब्ल्यू. की ओर से वित्त पोषित 1200 करोड़ रूपये के प्रस्ताव पर दिनांक 20 दिसम्बर, 2018 को त्रिपक्षीय एम.ओ.यू. हस्ताक्षर हो चुका हैं. इस योजना में महाकुम्भ के उपरान्त कार्य प्रारम्भ किया जायेगा इस आय-व्ययक में 80 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।
सीएम ने कहा कि, अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के संचालन हेतु 150 करोड़ का प्रावधान है। चिकित्सा एवं परिवार कल्याण हेतु 3319 करोड़ 63 लाख रुपए का प्रावधान है। जमरानी पेयजल बहुउद्देश्यीय परियोजना के लिए 2,584 करोड़ 10 लाख रुपए की सैद्धांतिक सहमति केंद्र से प्राप्त हुई। राज्य सरकार की ओर से जमरानी बांध परियोजना के लिए 240 करोड़ रुपए का रखा गया प्रावधान।
गैणसैंण को बड़ी सौगात
गैरसैंण को उत्तराखण्ड में एक नई कमिश्नरी बनाया जायेगा। इसमें चमोली, रूद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों को शामिल किया जायेगा। गैरसैंण कमिश्नरी में कमिश्नर एवं डीआईजी की नियुक्ति की जायेगी। साथ ही बनाई गई नगर पंचायतों में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 1-1 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी। इसके अलावा भराड़ीसैंण (गैरसैंण) ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के नियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान का टेंडर एक माह के भीतर किया जाएगा। और गैरसैंण ग्रीष्माकालीन राजधानी परिक्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की जायेगी। साथ ही गैरसैंण ग्रीष्माकालीन राजधानी परिक्षेत्र में 20 हजार फलदार पेड़ लगाये जायेंगे। इसके अलावा राज्य के प्रत्येक महाविद्यालयों को 20-20 कंप्यूटर दिए जाएंगे।