मध्यप्रदेश में मालवा किसानों के आंदोलन की आग को बुझाने के लिए उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को अपना उपवास तोड़ सकते हैं। सूत्रों के हवाले से खबरें कुछ इस प्रकार है कि मंदसौर में जिन 4 किसानों ने अपनी जान गवाई है उनके परिजन रविवार को मुख्यमंत्री से मिलकर उनके उपवास को तुड़वा सकते हैं। हलांकि शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि जब तक भड़की हुई हिंसा शांत नहीं हो जाती वह अपना उपवास नहीं तोड़ेंगे। शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि पूरे प्रदेश में हिंसा की आग काफी हद तक बढ़ गई है। हिंसा की आग इस कदर फैल गई है कि उसे बुझाना काफी चुनौती पूर्ण है इसलिए उन्होंने अपना उपवास रखा है और जब तक हिंसा की आग खत्म नहीं हो जाती वह अपना उपवास नहीं तोड़ेंगे। हालांकि उन्होंने इस बात का भी इशारा किया था कि रविवार को हालात का जायजा लेने के बाद और किसानों से चर्चा करने के बाद वह अपना अंतिम फैसला लेंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति महात्मा गांधी के साए में रहने वाले प्रदेश में शांति बहाली करने के लिए अपने अनिश्चितकालीन उपवास की शुरूआत शनिवार को की थी, शिवराज सिंह चौहान जिस मंच पर बैठ कर अपना उपवास कर रहे हैं उस मंच पर एक महात्मा गांधी की तस्वीर लगी हुई है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने शनिवार को शिवराज सिंह चौहान के माथे पर तिलक लगा कर उन्हें उपवास पर बैठाया था। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान ने मंच पर लगी महात्मा गांधी की तस्वीर के सामने बैठ कर अपने उपवास का आरंभ किया था।
आपको बता दें कि मंदसौर से शुरू हुए किसान आंदोलन को रविवार को 11वां दिन है। ऐसे में सूत्रों के अनुसार मंदसौर में मारे गए 4 किसानों के परिजनों ने सीएम शिवराज सिंह से मिलकर उनका उपवास खत्म कराने की बात कही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान भोपाल के दशहरा मैदान में उपवास पर बैठे हुए हैं। वही शनिवार को हुई बारिश के कारण दशहरा मैदान में चारों तरफ पानी भर गए लेकिन शिवराज सिंह चौहान वहां डटे रहे और पूरी रात उन्होंने वही पर बिताई।