उत्तराखंड राज्य

सीएम रावत ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय छात्र संघ पदाधिकारी सम्मेलन में प्रतिभाग किया

20 22 सीएम रावत ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय छात्र संघ पदाधिकारी सम्मेलन में प्रतिभाग किया

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बीते शनिवार को दून विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय छात्र संघ पदाधिकारी सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। उच्च शिक्षा विभाग के तत्वाधान में आयेजित यह सम्मेलन कॉलेज व विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव दिशा निर्देशो के लिए बनी लिंगदोह समिति की सिफारिशो पर पुर्नविचार हेतु केन्द्रित था। प्रदेशभर के छात्र संघ पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कॉलेज व विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव के सम्बन्ध में लिंगदोह समिति की सिफारिशों पर प्रदेशस्तर पर परिचर्चा होना रचनात्मक व स्वागतयोग्य पहल है। लिंगदोह समिति की सिफारिशे वर्ष 2008 में आई थी।

 

20 22 सीएम रावत ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय छात्र संघ पदाधिकारी सम्मेलन में प्रतिभाग किया

 

बता दें कि समिति की सिफारिशों पर बदलते समय की आवश्यकतानुसार पुर्नविचार होना चाहिए। इससे हमारे कॉलेजो और महाविद्यालयों के शैक्षिक वातावरण व शिक्षा के स्तर में भी बेहतर परिर्वतन होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सकारात्मक परिवर्तन के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति जरूरी है। छात्र संघ के चुनाव युवाओं के लिए राजनीति में प्रवेश का पहला लोकतांत्रिक कदम है। राजनीति, छात्रों व शिक्षा जगत को समन्वित रूप से राज्य व देश हित में एक ही दिशा में कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि युवाओं के लिए छात्र संघ की राजनीति, लोकतन्त्र में पहला चरण है। युवाओं में वैचारिक मजबूती, दृढ आधार व सोच होनी चाहिए।

बता दें कि अपने ध्येय के प्रति मजबूती के साथ काम करे। हमारी सोच व विजन स्पष्ट होना चाहिए। बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए युवाओं में संघर्ष करने की क्षमता भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आशा है कि छात्र संघ पदाधिकारियों का यह सम्मेलन कॉलेज की राजनीति को मजबूती एव अच्छी दिशा देगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में उच्च शिक्षा की गुणवता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उच्च शिक्षा में शोध कार्यो को बढ़ावा देने के लिए राज्य के 100 मेधावी व आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शोध हेतु सहायता दी जा रही है। सुपर 100 योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर 100 छात्रों को सिविल सर्विसेज की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।

वहीं इसी प्रकार 100 मेधावी व निर्धन छात्रों को एनडीए व सीडीएस की निशुल्क कोंचिग दी जा रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य की युवा शक्ति किस प्रकार प्रदेश के विकास में भागीदारी कर सकती है इसके लिए शिक्षक व छात्रों से निरन्तर संवाद किया जा रहा है। शिक्षा के स्तर व गुणवता में सुधार हेतु छात्रों के सुझाव लिए जा रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पहली ई-सर्विस बुक व एमआईएस का विमोचन भी किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

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