नई दिल्ली। राजस्थान भी आधुनिक चीजों की ओर अपना कदम बढ़ा रही हैं। जहां राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर पीठ में ई-लाइब्रेरी का सपना अब साकार हो चुका हैं। बता दे कि प्रदेश के अधिवक्ताओं की ओर से ई-लाइब्रेरी का सपना देखा जा रहा था जो अब साकार हो चुका हैं। बता दे कि यें ई-लाइब्रेरी करोड़ की लागत से बनकर तैयार की गई हैं जो कि भारत में पांचवे नबंर पर आती हैं जो कि पूरी तरह से एयर कंडीशन्ड ई-लाइब्रेरी हैं।
बता दे कि इस एयर कंडीशन्ड ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंद्राजोग की ओर से किया गया। बता दे कि इस मौके पर राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस एमएन भंडारी, जस्टिस केएस झवेरी, सांसद रामचरण बोहरा सहित न्यायिक अधिकारी, वरिष्ठ अधिवक्ता और बार एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे थें।
राजस्थान की पहली ई-लाइब्रेरी
जानकारी के अनुसार राजस्थान हाईकोर्ट में शुरू हुई यह ई-लाइब्रेरी कानूनी जानकारियों से जुड़ी है। इससे पहले ज्यूडिशियल ट्रेनिंग एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ, रोहिणी जिला न्यायालय दिल्ली, लखनऊ हाईकोर्ट और बार काउंसिल ऑफ इंडिया, नई दिल्ली के ऑफिस में इस तरह की लॉ ई-लाइब्रेरी संचालित है। इन चार जगहों के बाद अब राजस्थान हाईकोर्ट में शुरुआत हुई है। लेकिन जयपुर पीठ में बनी यह ई-लाइब्रेरी इनमें सबसे बड़ी व आधुनिक है। जानकारी के अनुसार करीब साढ़े 7 हजार स्कवायर फीट में यह लाइब्रेरी तैयार की गई है। जो कि पूरी तरह से एयर कंडीशन्ड है।
हाईकोर्ट में बनी इस ई-लाइब्रेरी को ऑल इंडिया रिपोर्टर प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है। इसी कंपनी ने पहले से संचालित चारों ई-लाइब्रेरी को भी तैयार किया था। इस ई-लाइब्रेरी में कानून से जुड़ी करीब 10 हजार किताबें भी उपलब्ध रहेंगी। इसमें 15 कम्प्यूटर्स और लीगल रिसर्चर भी उपलब्ध करवाए गए हैं ताकि कानून से जुड़ी कोई भी अहम जानकारी उपलब्ध करवा सकें। इस ई-लाइब्रेरी में 1914 से लेकर अब तक सुप्रीम कोर्ट व देश के सभी उच्च न्यायालयों के जजमेंट सहित कानून की सभी किताबें विषय के अनुसार उपलब्ध रहेगी। ये सभी सामग्री ऑफलाइन व ऑनलाइन रहेगी।
बता दे कि राजस्थान भी अब आधुनिक चीजों की ओर अपना कदम बढ़ा चुका हैं जो ई-लाइब्रेरी अच्छी तरह से व्यक्त करती हैं।