लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त की पुण्यतिथि पर ट्वीट करके उनको श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भारत को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कर स्वाधीन राष्ट्र बनाने के लिए काला पानी की सजा काटने वाले महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।
भारत को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कर स्वाधीन राष्ट्र बनाने के लिए काला पानी की सजा काटने वाले महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 20, 2021
क्रांतिकारियों की सूची में बटुकेश्वर दत्त का नाम भी बहुत आदर और सम्मान के साथ दिया जाता है। एक निडर और बहादुर क्रांतिकारी, जिसने अंग्रेजों की दासता स्वीकार नहीं की। उनका नाता कानपुर से भी रहा है, प्रारंभिक बचपन उन्होंने यही बिताया। क्रांतिकारी भगत सिंह के साथ बटुकेश्वर दत्त भी हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का हिस्सा थे। देश के क्रांतिकारी आंदोलन में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है।
इतिहासकार तो यही कहते हैं कि भगत सिंह भी बटुकेश्वर दत्त के बहुत बड़े प्रशंसक थे। उन्होंने लाहौर सेंट्रल जेल में उनका ऑटोग्राफ भी लिया था। बटुकेश्वर दत्त ने 15 साल अपनी जिंदगी के सलाखों के पीछे गुजार दिए, लेकिन उन्होंने अंग्रेजों से अपने संघर्ष को जारी रखा।
बड़केश्वर दत्त का जन्म 18 नवंबर 1910 को हुआ था, 8 अप्रैल 1929 को उन्होंने भगत सिंह के साथ मिलकर सेंट्रल असेंबली में बम फोड़ा। 1929 में ही उन पर धारा 307 के तहत कार्यवाही हुई और आजीवन कारावास की सजा हो गई। उन्हें काला पानी की सजा के तहत अंडमान में भेजा गया। उनका निधन 20 जुलाई 1965 को लंबी बीमारी के बाद हो गया, लेकिन आज भी यह क्रांतिकारी सभी भारतीयों के दिल में अपनी जगह बनाए हुए है।