लखनऊ। कोरोना के कहर के बीच लोगों की मजबूरी प्राइवेट अस्पतालों के लिए अवसर बन गई थी। यही कारण था कि प्राइवेट अस्पतालों ने जमकर लूट खसोट की। कई मरीजों से एक दिन का चार्ज 50 हजार से एक लाख रूपए तक वसूला गया।
प्राइवेट अस्पतालों की इन लूट की तमाम शिकायतें सीएमओ, डीएम से लेकर सीएम पोर्टल तक पर की गईं। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण इन अस्पतालों का मनमाना रवैया जारी रहा। लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे अस्पतालों के खिलाफ आदेश जारी कर दिया है।
सीएम ने अधिकारियों के साथ एक मीटिंग में कहा कि पूरे प्रदेश से प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी की खबरें आ रहीं हैं। सरकार ने कोरोना मरीजों के इलाज का रेट तय कर दिया है। इसके बाद भी उनसे मनमानी वसूली की जा रही है। मरीज और तीमारदारों की शिकायतें भी आ रहीं हैं। ऐसे में इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
सीएम योगी ने यह भी कहा कि लखनऊ में भी कई शिकायतें मिलीं हैं। कुछ अस्पतालों के खिलाफ जांच की जा रही है और कुछ पर कार्रवाई भी की गई है। मरीजों को लूटने वाले ऐसे अस्पतालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, ताकि आगे से ऐसी कोई शिकायत ना आए।
उन्होंने प्रदेश भर में यह अभियान चलाने को कहा है। योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि सभी जनपदों में मरीजों का समुचित इलाज और तय दर सुनिश्चित की जाए। अगर कोई अस्पताल इसके खिलाफ काम करता हुआ पाया जाए तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों और उनके परिजनों का उत्पीड़न बेहद संवेदनशील मामला है। अगर कोई भी इस तरह की हरकत करता है तो यह असंवेदनशीलता है। ऐसे अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद मरीज को किसी दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जाए और अस्पताल के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाए।