नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी एक बार फिर आरएसएस, बजरंग दल और वीएचपी पर हमलावर है। उन्होने सीधे तौर पर इन संगठनों पर इल्जाम लगाते हुए कहा है कि इन सगठनों के दुर्गापूजा के दौरान राज्य में शांति व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। अगर वो फिर भी ऐसा करते हैं तो वो आग से खेल रहे हैं। हाल में ममता के दुर्गापूजा पर दिए गए निर्देश के बाद उठे बवाल पर उन्होने का कि सरकार ने विजय दशमी मनाने पर कोई रोक नहीं लगाई है।
ममता ने कहा कि जन लोगों को पश्चिम बंगाल की परम्परा के बारे में पता नहीं है। वो गलत अफवाह फैला रहे हैं, सरकार ने कोई रोक पूजा या पंडाल पर नहीं लगाई है, बल्कि कहा है कि 1 अक्टूबर के बजाय 2 से 4 अक्टूबर को प्रतिमाएं विसर्जन करें क्योंकि 1 अक्टूबर को मुस्लिम समुदाय शोक मना रहा है। बाकी जैसा हर साल दुर्गा पूजा पर होता था वो सब होगा। महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाएंगी, विजयदशमी का त्यौहार पूरी तरह से मनाया जाएगा।
ममता ने विहिप और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये संगठन भ्रंति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इन्हे राज्य की शांति को भंग नहीं करने देंगे, अगर ये ऐसा करते हैं तो ये आग से खेल रहे हैं। ऐसे में प्रशासन इन संगठनों के साथ सख्ती से निपटने के लिए तैयार है। हम राज्य में हथियारों के प्रदर्शन के साथ विसर्जन की अनुमति नहीं दे सकते हैं। हथियारों का प्रदर्शन अवैध है, इस तरह के जलूस की परम्परा भी बंगाल में नहीं है। अगर कोई इस तरह के जलूस निकालेगा तो प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही ममता के स्वर भाजपा पर भी जमकर बरसे उन्होने कहा कि बीजेपी को सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कर दंगे नहीं कराने चाहिए।