देहरादून। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा राज्य की उन्नति और प्रगति करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही राज्य की तस्वीर बदलने के लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रही है। जिनके द्वारा प्रदेश की बदलती तस्वीर दिखाई दे रही है। इसी बीच आज प्रदेश के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी की गरिमामयी उपस्थिति में भारत मौसम विज्ञान विभाग के 146वें स्थापना दिवस समारोह एवं डाॅप्लर मौसम रडार, मुक्तेश्वर का वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। यह प्रदेश का पहला डाप्लर रडार है, जिसने काम करना शुरू कर दिया है।
प्रदेश में तीन डाप्लर रडार लगाने की योजना-
बता दें कि प्रदेश में मौसम के हिसाब से कई माइक्रो क्लाइमेट जोन हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण भी मौसम की अनिश्चितता बढ़ रही है। ऐसे में प्रदेश के लिए तीन डाप्लर रडार लगाने की योजना बनाई गई थी। एक मुक्तेश्वर, दूसरा सुरकंडा और तीसरा पौड़ी जिले के लैंसडौन क्षेत्र में स्थापित किया जा रहा है। मुक्तेश्वर में स्थापित डाप्लर रडार ने काम करना शुरू कर दिया है और इससे मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के साथ ही भारतीय मौसम विभाग को भी जानकारी मिल रही है। इसके साथ ही इस डाप्लर रडार का उपयोग मौसम की सटीक भविष्यवाणी के साथ ही अत्यधिक तेज बारिश जैसी घटनाओं का पूर्वानुमान लगाने के लिए बेहतर तरीके से किया जा सकता है।
डॉप्लर रडार को स्थापित करने में आई 10 करोड़ की लागत-
वहीं इस डॉप्लर रडार को स्थापित करने में 10 करोड़ रुपये की लागत आई है। जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों समेत भवन आदि का खर्च भी शामिल हैं। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित डॉप्लर रडार मुक्तेश्वर के शीतोष्ण बागवानी संस्थान में स्थापित किया गया है। इस रडार की खासियत यह है कि बादलों के फटने जैसी घटनाओं के होने से पहले ही हमें जानकारी मिल जाएगी।