कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन के लिए केंद्र पर दबाव बढ़ाने की कोशिश में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके ने पूरे तमिलनाडु में सोमवार से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार को एआईएडीएमके के सह समन्वयक और राज्य के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी और पार्टी के समन्वयक व उप मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम भी भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
मंगलवार को चेन्नई में चेपॉक स्थित पार्टी के उपवास स्थल पर सुबह करीब आठ बजे ही मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम पहुंच गए। दोंनों नेताओं ने उपवास शुरू कर दिया है। राज्य के अन्य मंत्री जिला मुख्यालयों पर आयोजित कार्यक्रमों में भूख हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।
ज्ञात हो कि कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई छह हफ्ते की समय सीमा गुरुवार को खत्म हो गई थी। पनीरसेल्वम ने इस तरफ इशारा करते हुए कहा है, ‘तमिलनाडु के लोग और किसान कावेरी मुद्दे को लेकर केंद्र से जवाब की उम्मीद कर रहे हैं। कावेरी मुद्दे पर हमारा रुख है कि केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना चाहिए।’ वहीं उप मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु के लोगों की आजीविका का अधिकार छीना ना जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए पार्टी हमेशा आवाज उठाएगी। हम आज सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे के बीच होने वाली अपनी भूख हड़ताल के जरिए तमिलनाडु के सभी लोगों और किसानों की भावनाएं प्रदर्शित करेंगे।’
कावेरी मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लागू करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए एआईएडीएमके विरोध प्रदर्शन में पूरे राज्य के व्यापारिक संस्थान भी शामिल हैं। अधिकतर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। इसी संदर्भ में राज्यपाल भंवरलाल पुरोहित सोमवार की रात ही दिल्ली पहुंच गए हैं। वह मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री और गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलेंगे।