नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में संशोधन करने के आदेश पर देशभर में दलित संगठनों द्वारा सोमवार को भारत बंद बुलाया गया, जिसमें दलितों ने जमकर हिंसा की। किसी ने गाड़ी में आग लगाई तो किसी ने पुलिस स्टेशन को ही आग के हवाले कर दिया। इस हिंसा पर आरएसएस ने दुख जताते हुए कहा है कि जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को आधार बनाकार आरएसएस के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है वो आधारहीन और निंदनीय है।
संघ के सरकार्यवाहक भैयाजी जोशी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि एससी-एसटी एक्ट के उपयोग पर कोर्ट के फैसले को लेकर हो रही हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। कोर्ट के निर्णय की आड़ में जिस तरह से संघ के बारे में गलत प्रचाक किया जा रहा है वो निंदनीय और आधारहीन है। आरएसएस का इस फैसले से कोई लेना देना नहीं है। इसके अलावा उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और संयम से काम करने और किसी के भी बहकावे में आकर हिंसा करने से बचने का आह्वान किया।
भैयाजी जोशी ने शांति की अपील करते हुए कहा कि संघ समाज के सभी प्रबुद्ध लोगों से अनुरोध करता है कि समाज में परस्पर सौहार्द्र बनाए रखने में अपना योगदान दें और समाज भी किसी प्रकार के बहकावे में न आते हुए परस्पर प्रेम एवं विश्वास बनाए रखते हुए किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार का शिकार ना हों। जोशी ने कहा कि संघ जाति के नाम पर किसी भी भेदभाव या अत्याचार के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि जाति के आधार पर किसी भी भेदभाव अथवा अत्याचार का संघ सदा से विरोध करता है। इस प्रकार के अत्याचारों को रोकने के लिए बनाए गए कानूनों का कठोरता से पालन होना चाहिए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस ऐक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी न किए जाने का आदेश दिया था। इसके अलावा एससी/एसटी ऐक्ट के तहत दर्ज होनेवाले मामलों में अग्रिम जमानत को भी मंजूरी दे दी थी।