घाटी में माहौल हमेशा तनावपूर्ण बना रहता है। आए दिन यहां पर पत्थर बाजी की घटनाएं सामने आती हैं। लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल घाटी में पत्थर बाजी की घटनाओं में काफी कमी आई हैं। ऐसा कहना है कि सीआरपीएफ के डीजी राजीव भटनागर का। उन्होंने कहा है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल घाटी में पत्थर बाजी की घटनाओं में काफी कमी आई है। उन्होंने बताया है कि जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों पर कार्रवाई कर हिंसक घटनाओं में गिरावट दर्ज की गई है और अकेले सीआरपीएफ ने 75 आतंकियों को इस साल में मार गिराया है। 252 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया है कि पिछले सालों में माओवाद प्रभावित इलाकों में काफी कमी आई है। इस साल सीआरपीएफ ने 51 माओवादियों को मार गिराया है तथा सैकड़ों की संखया में माओवादियों को गिरफ्तार किया है। सीआरपीएफ की कार्रवाई से माओवाद प्रभावित इलाकों में माओवादियों को जोर का झटका लगा है। उन्होंने बताया है कि कई माओवादियों ने सीआरपीएफ के सामने सरेंडर भी किया है।
सीआरपीएफ के डीजी ने कहा है कि हमारी रणनीति के तहत जहां पिछले साल 1590 पत्थर बाजी की घटनाएं सामने आई थी तो इस साल पत्थर बाजी की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने बताया है कि इस साल 424 पत्थर बाजी की घटनाएं हुई है। घाटी में आतंकियों से काफी सारे हथियारों को भी बरामद किया गया है और सीआरपीएफ ने घाटी में अपना ऑपरेशन चला कर हिंसक घटनाओं तथा भीड़ को काबू करने का काम किया है। गौरतलब करने वाली बात यह है कि आतंकियों का गढ कहे जाने वाला दक्षिण कश्मीर अभी भी सेना के लिए सिर का दर्द बना हुआ है।