लखनऊ। यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन ने दावा किया है कि यूपी के किसी भी जिले में सोमवार को एक भी दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं बने हैं। इसके पीछे की वजह है, आज एसोसिएशन ने कार्य बहिष्कार आह्वान किया है। जिसकी वजह से पूरे प्रदेश में प्रदर्शन चल रहा है।
महिला कर्मचारियों को एक हजार किमी से अधिक दूरी पर स्थानांतरण, दिव्यांग कार्मिकों के स्थानांतरण, दो वर्ष से कम सेवानिवृत्त के स्थानांतरण के विरोध में आज यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन ने पूरे प्रदेश में आंदोलन को प्रारंभ किया है।
एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के सौ से अधिक दिव्यांग को स्थानांतरित किए जाने के विरोध में पूरे प्रदेश में दिव्यांग प्रमाण पत्र लिपिकों द्वारा नहीं बनाए गए। उन्होंने कहा कि निदेशक प्रशासन, चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ0 राजा गणपति की नजर में दिव्यांग प्रमाण पत्रों का कोई औचित्य नहीं है इसलिए प्रमाण पत्र नहीं बनाए जाएंगे।
प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि डॉ0 राजा गणपति निदेशक प्रशासन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने विभिन्न माध्यम से बयान दिया है कि स्थानांतरण सॉफ्टवेयर के माध्यम से किए गए हैं। मैं जानना चाहता हूं कि ऐसा कौन सा सॉफ्टवेयर है जो महिलाओं की एक हजार की दूरी पर और पुरुषों को सौ किलोमीटर की दूरी पर तैनात करता है, यह उनके द्वारा निर्मित भ्रष्टाचार का सॉफ्टवेयर है।
उन्होंने कहा कि निदेशक प्रशासन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ राजा गणपति ने मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री की महिला सशक्तिकरण नीति एवं दिव्यांग कल्याण नीति की छवि को ठेस पहुंचाई है। अतः इनका निलंबन कर जांच एवं तीनों स्थानांतरण सूची को निरस्त करने की मांग संगठन द्वारा की जाती है।