लखनऊ: देश में एक तरफ कोरोना का ब्लास्ट हो चुका है, वहीं कोरोना के पेशेंट्स से अस्पताल भरे पड़े हैं। जिन अस्पतालों मे कोरोना के मरीज भर्ती हैं उनमें मरीजों के फेफड़े खराब होने की सबसे ज्यादा खबरे सामने आ रही हैं।
कोरोना के कारण मरीजों के फेफड़े में पानी भर जा रहा है, और उन्हें निमोनिया हो जा रहा है। निमोनिया वैसे तो ठीक हो जाने वाली बीमारी है लेकिन अगर समय पर इलाज न मिले तो ये मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में सिर्फ रेमडेसिविर इजेक्शन से ही निमोनिया जैसे घातक बीमारी से बचा जा सकता है।
सिप्ला ने जारी किया टोल फ्री नंबर
इसके लिए सिप्ला कंपनी राहत बनकर सामने आई है और उसनें अपने ग्राहकों के लिए टोल फ्री नंबर जारी कर दिया है। सिप्ला कंपनी का टोल फ्री नंबर 8657311088 है, जो 24 घंटे के लिए सक्रिय है। इस नंबर पर काल करके आप रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगा सकते हैं। इससे इस इजेक्शन के कालाबाजारी पर भी रोक लगने की संभावना है।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की है भारी मांग
कोरोना काल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की बेहद मांग है। ये इंजेक्शन किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। इस इजेक्शन की पूरे देश में मांग है।
ये इंजेक्शन कोरोना महामारी के दौरान मरीज के लिए रामबाण की तरह काम करता है और मरीज को निमोनिया होने से बचाता है।
गौरतलब है कि कोरोना का वायरस सबसे पहले मुंह और नाक के द्वारा मरीज के फेफड़ों में पहुंचता है और फिर फेफड़ों पर वार करके मरीज के फेफड़े को खराब कर देता है। इससे कोरोना से पीड़ित मरीज को निमोनिया हो जाता है और उसकी मौत हो जाती है।
रेमडेसिविर इजेक्शन बना संजीवनी
कोरोना से होने वाली इस बीमारी से बचने में सिप्ली की रेमडेसिविर नामक दवाई बेहद काम करती है। ये कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को निमोनिया से बचाती है। निमोनिया में मरीज के फेफड़े में अत्यधिक मात्रा में पानी का जमाव हो जाता है। इससे मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है।
रेमडेसिविर इजेक्शन को मरीज के मर्ज के आधार पर लगाया जाता है। अगर कोरोना से संक्रमित मरीज का फेफड़ा काफी ज्यादा मात्रा में खराब हो गया है तो उसे छह इजेक्शन तक भी लगाने पड़ते हैं।
अलग-अलग है कीमत
इस इजेक्शन को देश में अलग-अलग कंपनियां बना रही है। जिनमें सभी का काम बेहतर है। लेकिन सबके दाम अलग अलग हैं। सबसे सस्ते इंजेक्शन की कीमत जहां 5400 है वहीं सबसे सस्ते रेमडेसिविर Remdesivir इजेक्शन की कीमत 899 है।