चीनी जासूसी कांड का खुलासा, जानें देश में किस पर थी इसकी नजर
नई दिल्ली। इस समय भारत के संबंध चीन से अच्छे नहीं चल रहे हैं। लगातार बाॅर्डर पर दोनों देशों के बीच झड़प होती रहती है। इसी बीच पिछले महीने दिल्ली में पकड़े गए एक बड़े चीनी जासूसी नेटवर्क पकड़ा गया था। जिसमेें पुलिस को पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं। जिससे पता चलता है देश की बड़ी हस्तियों पर नजर रखी जा रही थी। फिलहाल पकड़े गए आरोपी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।
बता दें कि भारत और चीन के रिश्ते दिन-प्रतिदिन कमजोर होते जा रहे हैं। दोनों देशों में अब तक समस्या का कुछ भी निस्तारण नहीं हो पाया है। सेना की आए दिन बैठकें होते रहती है, लेकिन कुछ हल नहीं निकलता। इसी बीच पिछले महीने दिल्ली से चीनी जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ था। जिसमें पता चला कि चीन की एजेंसियां प्रधानमंत्री कार्यालय समेत टाॅप दफ्तरों मेें सेंध लगाने की कोशिश में थी। जिसकी यह कोशिश नाकाम हो गई। इस जासूसी कांड में खुलासा हुआ कि पीएमओ के बड़े अधिकारी के साथ-साथ दलाई लामा और भारत में लगाए गए सुरक्षा उपकरण भी चीन के इस जासूस के निशाने पर थे। चीनी जासूस एयरपोर्ट पर लगने वाले सुरक्षा उपकरणों में भी सेंध लगाना चाहते थे।
इसी के साथ यह भाी पता चला कि चीनी महाबोधी मंदिर के एक प्रमुख बौद्ध भिक्षु और कोलकाता की एक प्रभावशाली महिला के होने की खबर है। चीन की जासूस क्विंग शी के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए है उनके मुताबिक पीएमओ के बड़े अधिकारी और दलाई लामा के हर मूवमेंट की खबर रखी जा रही थी। इन दस्तावेजो से पता चला की दलाई लामा की हर छोटी से छोटी हरकत पर नजर थी। क्योंकि जानकारी के मुताबिक दलाई लामा किससे मिलते हैं, उन डाॅक्टरों के नाम जो दलाई लामा का इलाज कर रहे हैं, दलाई लामा को बोधगया में एडमिट क्यों नहीं कराया जाता, कौनसे अस्पताल में भर्ती हुए, कौनसी दवाईयां दी जा रही हैं, उन दवाईयों का साल्ट क्या है, किस समय दी जाती है, इतना ही दलाई लामा विदेश कब-कब जाते हैं। इसकी पूरी जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई थी। पकड़े गए जासूस को पूछताछ के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया है।