नई दिल्ली। डोकलाम को लेकर बीते 2 महीने से भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं। चीन की ओर से लगातार इस मामले में भारत को धमकी दी जा रही है। चीनी मीडिया में लगातार युद्ध की धमकियां दी गई हैं। हद तो तब हो गई जब डोकलाम विवाद पर चीन ने कहा कि जैसे भूटान की आड़ में भारत आया है। वैसे ही वह पाकिस्तान की मदद के लिए कश्मीर में आ सकता है। हांलाकि इस मामले में तुरंत भारत की ओर से चीन को चेतावनी भी दे दी गई है।
चीनी मीडिया में इसके बाद 1962 के हालात को याद करने का एख विवाद बयान आया जिसमें भारत ने कहा कि इस वक्त ना 1962 जैसे हालात हैं ना ही भारत अगर चीन की ओर से कोई हिमाकत की गई तो उसका भरपूर जवाब मिलेगा। हांलाकि इस मामले में चीन के नापाक तेवर जारी है। चीन ने भारतीय सीमा लद्दाक के पास पार कर भारतीय सैनिकों के साथ जमकर बीते 15 अगस्त को पत्थरबाजी की है। इसमें दोनों तरफ के सैनिक घायल हुए हैं।
हांलाकि इस वक्त भारत की ओर से सैन्य अध्यक्ष और राष्ट्रपति दोनों ही लेह की सीमा पर चीन की इस नापाक हरकत के बाद दौरे पर हैं। लेकिन चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। खबरें आ रही हैं कि वह लगातार युद्धाभ्यास भारतीय सीमा के पास करके अपनी ताकत का एहसास दिलाने में लगा है। डोकलाम विवाद पर अमेरिका ने भी चीन की गलती मानते हुए उसे समझाने की कोशिश की है। वहीं जापान ने भी चीन को नसीहत दी है। इस दो महा शक्तियों की नसीहतों के बाद चीन आग बबूला हो गया है।
चीन ने जापान को साफ शब्दों में कह दिया कि इस मामले में वह दखल ना दे क्योंकि उसे तथ्यों का पता नहीं है अगर इसी तरह की बयानबाजी होगी तो उसको गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इसके बाद चीन ने दूसरी भारतीय सीमाओं पर लगातार युद्धाभ्यास करना शुरू कर दिया है।