चीन अपनी हरकतों और खाने को लेकर दुनियाभर में खबरों में छाया रहता है। और जब से चीन ने कोरोना नाम की महामारी में दुनिया को उलझा है। तब से चीन के किस्से खूब पढ़े लिखे और सर्च किए जा रहे हैं। इस बीच चीन का एक नया कारनामा और दुनिया के सामने आ गया है। जिसकी वजह से लोग चीन की खूब आलोचना कर रहे हैं। और करें भी क्यों न जहां एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना से परेशान है तो वहीं दूसरी तरफ चीन में डॉग फेस्टिवल बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है।
चीन के युलिन शहर के गुवांग्शी प्रांत में डॉग मीट फेस्टिवल फिर से शुरू हो चुका है।दस दिन तक चलना वाला यह फेस्टिवल शुरू हो चुका है, हालांकि आयोजनकर्ताओं का कहना है कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम में लोगों की संख्या को कम किया गया है और उम्मीद करते हैं कि यह आखिरी बार आयोजित किया जा रहा है।
पीटर ली, चीन पॉलिसी स्पैशलिस्ट हैं और ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल में काम भी कार्यरत हैं। उनका कहना है, मैं उम्मीद करता हूं कि यूलिन इस साल बदलेगा।
आपको बता दें, चीन की सरकार जंगली जानवरों से जुड़े ट्रेड और पालतू जानवरों से जुड़े व्यापार के लिए नए कानूनों पर काम कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना वायरस इंसानों से पहले चमगादड़ों में पाया गया था। पहला केस भी वुहान के उसी मार्केट से आया था, जहां उनका मीट बिकता है। हालांकि फरवरी के अंत में सरकार ने चमगादड़ों और सांपों की ब्रिकी पर बैन इंपोज किया। अभी तक शेन्झेन वो पहला शहर है जहां कुत्तों के मीट को लेकर बैन लगाया जा चुका है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भविष्य में यह फेस्टीवल बैन होने की संभावना पूरी है। हो सकता है कि यह लास्ट फेस्टीवल हो। उनका कहना है कि, उन्होंने मीट बेचने वाले कई लोगों से बातचीत की। इसके बाद वो इस नतीजे पर पहुंते। यहां तक कि लीडर्स का भी कहना है कि भविष्य में डॉग मीट की ब्रिकी पर रोक लगाया जा सकता है।
तो वहीं, एक पशु अधिकार समूह ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल के साथ चीन के नीति विशेषज्ञ पीटर ली ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि यूलिन में लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाएगा। क्योंकि इस फेस्टिवल में लोगों के इकट्ठा होने से स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है।
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आपको बता दें, कुत्तों पर होते इस अत्याचार को लेकर चीन की बहुत आलोचना भी होती रहती है। लेकिन वो फिर भी बाज नहीं आता है।