भारत और चीन के बीच लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दोनों ही देशों को अधिकारियों की तरफ से ये कोशिश की जी रही है कि, बातचीत करके मामले को निबटाया जाए। लेकिन ऐसा होते हुए नहीं दिख रहा है। इस बीच खबर आयी है कि, विवादित जगह से चीन ने अपनी सेना को पीछे हटा दिया है।
इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच रविवार को बिल्कुल स्पष्ट और गंभीर बातचीत हुई जिसमें वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव खत्म करने की रूपरेखा तय की गई। उसके बाद सोमवार सुबह से चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी ने संघर्ष वाली कई जगहों से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया। चीनी सैनिक गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग्स से पीछे हट चुके हैं जबकि गुरुवार और शुक्रवार तक गोगरा से भी सैनिकों के हटने की प्रक्रिया पूरी हो जाने की उम्मीद है।
It’s a lie that Chinese have pulled back from Hot Spring. They remain there and are refusing even to pull back 1 km to create a 2-km buffer zone.
They say it’s their territory and Indians should withdraw.
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— Ajai Shukla (@ajaishukla) July 10, 2020
लेकिन इस बीच खबर आयी है कि, चीन की सेना ने विवादित स्थान नहीं छोड़ा है। इस खुलासा बिजनेस स्टैंडर्ड के लेखक अजय शुक्ला ने ट्विट करते हुए किया।
https://www.bharatkhabar.com/petition-filed-for-death-in-encounter-of-vikas-dubeys-associates-in-the-sc/
उन्होंने लिखा कि, यह झूठ है कि चीन ने हॉट स्प्रिंग से पैर वापस खींच लिया हैं। वे वहां बने रहते हैं और 2 किमी के बफर ज़ोन बनाने के लिए 1 किमी पीछे खींचने से भी मना कर रहे हैं। उनके इस दावे में कितनी सच्चाई है। ये बात अभी खुलकर सामने नहीं आ सकी है। लेकिन अगर ये बात सच निकलती है। तो वाकई में स्थिति गंभीर है।