डोकलाम मुद्दे को शांति से हल करने के बाद अब चाइना की तरफ से दोस्ती का हाथ बढ़ाया गया है। चीनी राजदूत लूओ झाओहुई ने भारत से कहा है कि वह पुराने विवादों को भुलाकर दोस्ती की तरफ कदम बढ़ाए। यह बात उन्होंने पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की 68वीं वर्षगांठ के मौके पर कहा है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों को पुराने विवाद भुला कर नई राह पर कदम बढ़ाना चाहिए जिससे दोनों देशों को फायदा पहुंच सके, चीन भारत का मुख्य कारोबारी साझेदार है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने द्विपक्षीय प्रगति को बढ़ावा दिया है। ब्रिक्स सम्मेलन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसमें दोनों देशों के नेताओं ने आपसी मिलाप और सहयोग का संदेश दिया है। दोनों देशों की सेना डोकलाम मुद्दे पर दो महीने से ज्यादा एक दूसरे के सामने खड़ी थी। लेकिन इस मुद्दे को शांति से हल कर लिया गया।
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच डोकलाम अब तक का सबसे लंबा विवाद रहा है। इस मुद्दे पर दोनों देशों की आपसी सहमति से सेनाओं को पीछे कर लिया गया। जानकारी के लिए बता दें कि विवादित क्षेत्र चीन की चुंबी वैली से जुड़ा हुआ है। यह सिक्किम के नाथुला दर्रे के समीप है। जिस कारण इस क्षेत्र को ट्राई जंक्शन के नाम से भी बुलाया जाता है। यहां याटूंग चीन की चुंबी वैली का आखिर का शहर है लेकिन याटूंग शहर से लेकर चीन डोकलाम तक सड़क बनाना चाहता था जिसके विरोध भारत की तरफ से किया गया था।