बीजिंग। चीन साल 2015 के बाद से अब तक करीब 13 हजार वेबसाइट्स पर प्रतिबंध लगा चुका है। चीन की सरकारी मीडिया एजेंसी सिन्हुआ के आंकड़ो के बाद ये बात सामने आई है। यहां सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात ये है कि इन बेवसाइट्स को बंद करने के लिए चीन की जनता ने भी अपनी सरकार का पूरा-पूरा साथ दिया है। इस मामले को लेकर सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि विश्व के कई देश इंटरनेट को रेगुलेट करते हैं और सरकारी नियम राष्ट्रीय सुरक्षा व सामाजिक स्यायित्व सुनिश्चिच करने के लिए बनाए गए हैं, ताकि पॉर्नोग्राफी और हिंसक कॉन्टेंट पर रोक लगाई जा सके।
हाल ही में चीन की संसद की एक स्टेंडिंग कमिटी ने बताया था कि इसके जरिुए सरकार ने ऐसी वेबसाइट्स,ब्लॉग और मीडिया अकाउंट्स पर रोक लगाने में सफलता पाई है, जिनमें पॉर्नोग्राफी और हिंसक कॉन्टेंट था। 13 हजार से ज्यादा वेबसाइट बंद करने के अालाव चीन ने कई वेबसाइट्स के 10 करोड़ अकाउंट्स भी बंद कर दिए हैं। हालांकि, इसके बारे में अधिका जानकारी नहीं लग पाई है, लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि अकाउंट्स में अधिकांश सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर बंद किए गए होंगे।
इस बारे में किए गए सर्वे में 90 पर्सेंट लोगों ने सरकार के इस कदम का समर्थन किया है और 63.5 पर्सेंट लोगों ने माना है कि इस कदम से हालिया सालों में नुकसानदेह ऑनलाइन कॉन्टेंट में काफी कमी आई है। इस दौरान साइबर स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाइना ने 2,220 से ज्यादा वेबसाइट को बातचीत करने के लिए समन भी भेजा है।