नई दिल्ली। ताइक्वांडो एक ऐसा खेल जो न सिर्फ खेल की दुनिया में नाम कमाने के लिये है बल्कि आत्मसुरक्षा के लिये भी बखूबी काम करता है।नैनीताल में भी इन दिनों बच्चों के बीच ताइक्वांडो का क्रेज देखते ही बन रहा है।
पहाड़ी इलाकों में लोगों को खेल की सुविधाएं नहीं मिल पाती, लेकि बच्चों के अंदर जज्बा है और मार्शल आर्ट से बच्चे अपना कौशल दिखा रहे हैं।शहर के कई क्षेत्रों जहां बच्चे ताइक्वांडों सीख रहे हैं।बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ सेल्फ डिफेंस भी सीखना पसंद कर रहें हैं।नैनीताल ही नहीं बागेश्वर, चम्पावत जैसे जिलों से भी खिलाड़ी अपना परचम लहरा रहे हैं।
ताइक्वांडो कोच ललित आर्य कहते हैं कि लतिका भंडारी ने न सिर्फ नैनीताल का नाम ऊंचा किया है बल्कि पूरे उत्तराखंड का गौरव बढ़ाया है।पहले ताइक्वांडो में उत्तराखंड का नाम आखिरी पायदान पर रहता था लेकिन अब परिस्थितियां बदली हैं और खिलाड़ी टॉप फाइव में न सिर्फ जगह बना रहे हैं बल्कि मैडल भी जीत रहे हैं लिहाजा उन्हें और बेहतर ट्रेनिंग दी जा रही है।