गोरखपुर। मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर के पांचवें दौरे के दूसरे दिन यानी रविवार को योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में गुरु की आराधना की। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु गोरक्षनाथ के दरबार में सीएम ने हर बार की तरह मत्था टेका और पूजा-अर्चना की। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा को तिलक भी लगाया।
बता दें कि सीएम योगी की दिनचर्या की शुरुआत में सुबह पांच बजे मुख्य मंदिर में पहुंचे। गोरखनाथ बाबा की पूजा-अर्चना की। अपने ब्रह्मलीन गुरु महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेका। इसके बाद गोरक्ष गौशाला में गायों को चारा खिलाया और कुत्ते कालू को दुलार किया। सीएम योगी ने अपनी सुबह की शुरूआत पूजा अर्चना और पशुओं की देखभाल और उनको चारा खिलाने से की उसके बाद मंदिर जाकर फूल चढ़ाकर गुरूओं को तिलक लगाया।
वहीं गोरखपुर प्रवास पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं हुआ। पहले की ही तरह सुबह पांच बजे से मुख्य मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी पूजा-अर्चना की। पुष्प चढ़ाया और गुरुओं को तिलक लगाया। गौशाला में उन्होंने एक-एक कर सभी गायों नंदिनी, नंदी, सरस्वती, गंगा, गोदावरी को गुड़, बिस्कुट और चारा खिलाया। गायों को दुलार भी किया। योगी आदित्यनाथ ने कालू को भी दुलारा, मानो कालू को भी योगी के आने का इंतजार था। उन्हें देखते ही लोटपोट हो रहा कालू कभी उनके पैर के पास घूम रहा था तो कभी दोनों पैर उठाकर योगी से लिपट रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कालू को निराश नहीं किया और उसे पनीर खिला कर दुलार किया।