देहरादून। उत्तराखण्ड के नए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बुधवार को ग्रहप्रवेश कर लिया है। मुख्यमंत्री के गृह प्रवेश लेते समय भाजपा के कई दिग्गन नेता मौजूद थे। गृह प्रवेश लेते समय मुख्यमंत्री रावत ने कैम्प कार्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्रदेश में पानी की कमी को देखते हुए आवास में बनाए गए तरणताल (स्विमिंग पूल) को बंद करने के निर्देश दिए।
शुभ या अशुभ
गौरतलब है कि जिस मुख्यमंत्री आवास में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गृह प्रवेश किया है उसे पिछले सभी मुख्यमंत्री अशुभ मानते आए हैं। इस घर के इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने ढ़ाई साल के मुख्यमंत्रित्व काल में इस आवास में रहने के लिये कभी नहीं गये। रावत से पहले मुख्यमंत्री बने विजय बहुगुणा इसमें रहने गये थे लेकिन अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाये थे।
इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस घर में रहे थे वो भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे। उनके बाद सितंबर, 2011 में दोबारा मुख्यमंत्री बने भुवन चंद्र खंडूरी इस आवास में गए ही नहीं। इन्हीं कारणों से कथित तौर पर ये धारणा बनी है कि ये घर मुख्यमंत्रियों के लिए शुभ नहीं है।