नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को आखिरकार सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद उन्हें सीबीआई मुख्यालय के लॉकअप में रात गुजारनी पड़ी। इससे पहले चिदंबरम ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुद को निर्दोष बताया, लेकिन करीब दो घंटे तक चले ड्रामे के बाद सीबीआई टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद उन्हें सीधे सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व वित्त मंत्री पी। चिदंबरम ने कहा कि, “मेरा मानना है कि लोकतंत्र की नींव स्वतंत्रता है, संविधान का सबसे मूल्यवान अनुच्छेद, अनुच्छेद 21 है जो जीवन और स्वतंत्रता की गारंटी देता है। अगर मुझे जीवन और स्वतंत्रता के बीच चयन करने के लिए कहा जाएगा, तो मैं स्वतंत्रता को चुनूंगा।”
उन्होंने कहा कि, “पिछले 24 घंटों में बहुत कुछ हुआ है, जिससे कुछ लोगों को चिंता हुई है और कई को भ्रम हुआ है। आईएनएक्स मीडिया मामले में, मुझ पर किसी भी अपराध का आरोप नहीं लगाया गया है और न ही मेरे परिवार के किसी अन्य सदस्य पर है। ईडी या सीबीआई द्वारा सक्षम अदालत के सामने कोई चार्जशीट दायर नहीं की गई है। मुझे फंसाया गया है।”
चिदंबरम ने कहा, ‘‘आईएनएक्स मीडिया मामले में मैं किसी अपराध का आरोपी नहीं हूं। प्राथमिकी में भी यह नहीं कहा गया है कि मैंने कुछ गलत किया। इन सबके बावजूद ऐसी धारणा पैदा की जा रही है कि बड़ा अपराध हुआ है और मैं और मेरे बेटे ने अपराध किया है। सब झूठ फैलाया जा रहा है।”
पी चिदंबरम ने कहा, “मैं इस बात से चौंक गया कि मुझ पर कानून से छिपने का आरोप लगाया जा रहा था, जबकि इसके उलट, मैं कानून की सुरक्षा की मांग कर रहा था। मेरे वकील बता रहे हैं कि शुक्रवार को मामलों को सूचीबद्ध किया जाएगा। मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को नमन करता हूं। मैं कानून का सम्मान करता हूं भले ही यह जांच एजेंसियों द्वारा असमानता से लागू किया गया हो।”
बता दें कि सीबीआई ने INX मीडिया केस मामले में पी। चिदंबरम को गिरफ्तार किया है, उनपर इस मामले में रिश्वत लेने का आरोप है। अब सीबीआई गुरुवार को उन्हें अदालत में पेश करेगी और न्यायिक हिरासत मांगेगी।